रामनगर: कोरोना के कारण देशभर में किये गए लाॅकडाउन का असर अब नजर आने लगा है। कई मजदूर ऐसे भी हैं, जो पैदल की अपने घरों की ओर रवाना हो गए। कुछ ऐसे हैं, जो बीहार या अन्य प्रदेशों के हैं, उनके सामने अब रोजी का संकट खड़ा हो गया है। कुछ ऐसा ही नजारा रामनगर तहसील परिसर में देखने को मिला।
रोजाना की दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूरों के सामने रोजी का संकट खड़ा हो गया है। सरकार ने आदेश जारी किया है कि मजदूरों की व्यवस्था करें, लेकिन कई ऐसे मजदूर भी होते हैं, जो ठेकेदार के साथ काम नहीं करते, बल्कि रोजाना या अमूमन अपना साइट बदलकर अलग-अलग दिन दिन अलग जगहों पर काम करते हैं।
तहसील परिसर में बैठे मजदूरों ने उपजिलाधिकारी कार्यालय तहसील परिसर में बैठकर खाने की गुहार लगाई। ये मजदूर भूख से परेशान हैं। खाने के लिए कुछ नहीं है। बाजार और होटल सब बंद हैं। इनके साथ छोटे-छोटे बच्चे भी भूख से परेशान हैं। दिहाड़ी बंद होने के कारण अब ये खाली हाथ हैं।