Uttarakhand latest news: प्रदेश में बारिश ने इस बार हाहाकार मचाया हुआ है। दरकते पहाड़, धंसती जमीन ने लोगों में डर का माहौल बना दिया है। इस मानसून सीजन में बारिश घातक सिद्ध हो रही है। प्रदेश में बारिश के कारण अब तक 78 लोगों की मौत हो गई है।
इस मानसून सीजन में बारिश ने मचाया हाहाकार
प्रदेश में इस बार मानसून सीजन में बारिश आफत बनकर बरस रही है। पहाड़ से लेकर मैदान तक हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। पहाड़ों में जहां लगातार हो रही बारिश के कारण पहाड़ दरक रहे हैं और जमीन धंस रही है तो वहीं मैदानी इलाकों में नदियां कहर बरपा रही हैं। लोग जलभराव और बाढ़ के कारण परेशान हैं।
दो महीने में 78 लोगों की गई जान
प्रदेश में बारिश और विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं के कारण दो महीने में 78 लोगों की जान गई। जबकि 47 लोग घायल हुए हैं, वहीं 18 अब भी लापता हैं। बता दें कि इसमें से सबसे ज्यादा मौतें भूस्खलन के कारण हुई हैं। 80 प्रतिशत सेभी ज्यादा मौतें भूस्खलन के कारण हुई हैं।
भारी बारिश के बाद पहाड़ों पर हो रही भूस्खलन की घटनाएं
प्रदेश में कोई भी ऐसा पहाड़ी जिला नहीं है जहां पर भारी बारिश के कारण सड़कों के हाल बदहाल ना हुए हों। जहां भूस्खलन के कारण सड़कों, भवनों को नुकसान ना पहुंचा हो। विशेषज्ञों की मानें तो बारिश का पानी पहाड़ों में रिसकर भूस्खलन का बड़ा कारण बन रहा है और भूस्खलन पहाड़ों पर भारी नुकसान कर रहा है।
पिछले साल की तुलना में इस बार पांच गुना ज्यादा भूस्खलन
इस बार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं के कारण सरकार और वैज्ञानिक दोनों चितिंत हैं। क्योंकि इस बार मानसून सीजन खत्म होने में अभी एक महीने से भी ज्यादा का समय बचा है।
लेकिन अब प्रदेश में पिछले साल की तुलना में लगभग पांच गुना ज्यादा भूस्खलन हुआ है। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र की ओर से जारी डाटा के मुताबिक साल 2022 में भूस्खलन की 245 घटनाएं हुई थी जबकि इस साल 1,123 भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं।