
देश में एक बार फिर से कोरोना का कहर बढ़ने लगा है। बता दें कि एक बार फिर से कई राज्यों में कोराना के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है। एक्सपर्ट्स का दावा है कि कोरोना की लहर समय-समय पर अपनी निश्चित फ्रीक्वेंसी में आती हैं। पहली वेव सितंबर 2020 में आई थी। दूसरी लहर अप्रैल 2021 में आई थी। अब तीसरी लहर दिसंबर में आने की आशंका है। बता दें कि इसको देखते हुए सरकार ने 13 राज्यों को चिट्ठी लिखी है और टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.
आपको बता दें कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बंगाल, गोवा, जम्मू और कश्मीर, केरल, लद्दाख, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, पंजाब, राजस्थान और सिक्किम को पत्र लिख कर टेस्टिंग बढ़ाने की हिदायत दी है। केन्द्र की चिंता इसलिए बढ़ी है कि दक्षिण में कर्नाटक के धारवाड़ के एसडीएम मेडिकल कॉलेज में 66 स्टूडेंट कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। 400 छात्रों वाले इस कॉलेज की बिल्डिंग के साथ ही 2 हॉस्टल भी सील कर दिए गए हैं। 300 छात्रों का कोरोना टेस्ट किया जा चुका है।
पिछले कुछ दिनों के अंदर बंगाल सहित कई राज्यों में पॉजिटिविटी रेट भी बढ़ रहा है। बंगाल में जून 2021 तक एवरेज 67,644 टेस्ट किए जा रहे थे। इन्हें अब घटाकर 22 नवंबर तक 38,600 टेस्ट रोजाना कर दिया गया है। जिस कारण कई जिलों में पॉजिटिविटी रेट बढ़ रहा है। इनमें दार्जिलिंग, दक्षिण दिनाजपुर, हावड़ा, पश्चिम 24 परगना, दक्षिण 24.परगना, जलपाईगुड़ी और कोलकाता शामिल हैं। अन्य राज्यों में भी कोरोना के मामलों के बढ़ने की सूचनाएं आ रही है। जिस पर केन्द्र द्वारा एंटीजन टेस्ट की जगह आरटी पीसीआर टेस्ट पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता जतायी है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने भी कहा है कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर दिसंबर में आ सकती है। कहा कि राज्य में तीसरी लहर तो आएगी, लेकिन वह सेकेंड वेव जैसी नहीं होगी।