केदारनाथ धाम के गोल प्लाजा में 60 क्विंटल वजनी कांसे का भव्य ऊँ की आकृति स्थापित की जाएगी। आकृति को स्थापित करने के लिए सोमवार को इसका ट्रायल जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने किया। जल्द ही इसे स्थायी रूप से स्थापित किया जाएगा।
बता दें केदारनाथ धाम में पहले चरण में मंदिर परिसर के विस्तार के साथ ही मंदिर मार्ग और गोल प्लाजा का निर्माण किया गया था। अब गोल प्लाजा जो की मंदिर परिसर से लगभग ढाई सौ मीटर पहले संगम के ठीक ऊपर स्थित है। वहां पर ऊँ की आकृति को स्थापित किया जाएगा।
सफल रहा ट्रायल
60 क्विंटल वजनी कांसे से ऊँ की आकृति को गुजरात के बडौदा में बनाया गया है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और लोनिवि ने हाइड्रा मशीन की मदद से ऊँ की आकृति को गोल प्लाजा में स्थापित करने के लिए ट्रायल किया था जो की सफल रहा।
आकृति को सुरक्षित करने के लिए किए जा रहे पुख्ता इंतजाम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कार्यदायी संस्था के ईई विनय झिक्वांण ने बताया है कि ऊँ की आकृति को पूरी तरह से सुरक्षित करने के लिए आकृति के चारों तरफ से तांबे से वेल्डिंग की जाएगी। इसके अलावा आकृति के बीच के हिस्से को भी सुरक्षित किया जाएगा। जिससे बर्फबारी से आकृति को कोई नुकसान न पहुंचे। एक सप्ताह में ऊँ आकृति को स्थायी रूप से स्थापित कर दिया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दक्षित ने बताया की केदारनाथ गोल प्लाजा में ऊँ की आकृति स्थापित होने से वहां की भव्यता और बढ़ जाएगी। डीडीएमए द्वारा आकृति को स्थापित करने के लिए जरूरी कार्रवाई पूरी कर स्थायी रूप से स्थापित किया जाएगा।