मेरा गांव मेरी सड़क योजना से प्रदेश में 36 नई सड़कें बनने जा रही हैं। योजना के तहत 36 सड़क योजनाओं को स्वीकृति दे दी गई है। इसमें चार जिलों के 36 गांवों को मंजूरी मिली है।
संपर्क विहीन गांवों को जोड़ा जाएगा मुख्य सड़क से
प्रदेश में आज भी कई ऐसे गांव है जो कि मुख्य सड़क से नहीं जुड़े हैं। ऐसे ही 36 गांवों को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए मेरा गांव मेरी सड़क योजना के तहत मंजूरी मिल गई है। इस योजना के तहत लोनिवि और पीएमजीएसवाई की परिधि से बाहर के 36 संपर्क विहीन गांवों को मुख्य सड़क मार्गों से जोड़ा जाएगा।
पिछले साल 49 गांवों के लिए सड़कें की गई थी स्वीकृत
मेरा गांव मेरी सड़क योजना ते तहत मुख्य सड़क से एक किमी की दूरी पर स्थित गांवों को जोड़ा जाता है। पिछले साल इस योजना में 49 गांवों के लिए सड़कें स्वीकृत की गई थी। योजना के तहत इन सड़कों का काम शुरू किया जा चुका है।
इन जिलों की सड़कों को मिली मंजूरी
मेरा गांव मेरी सड़क योजना के अंतर्गत अल्मोड़ा जिले की धौलादेवी विकासखंड के खेती, भिकियासैंण विकासखंड के बासोट और सल्ट विकासखंड के कालीगाड़ को सड़क की मंजूरी मिल गई है।
पिथौरागढ़ जिले की डीडीहाट विकासखंड के खेतार कन्याल और उधमसिंह नगर जिले की काशीपुर विकासखंड के जैतपुर घोसी, बाज़पुर विकासखंड के बन्नाखेड़ा, सितारगंज विकासखंड के पिपलिया गांव को मंजूरी मिली है।
देहरादून जिले की कालसी विकासखंड के सराड़ी विकासखंड चकराता के खबऊ, येथाना भुनाड, कंडोई बोन्दूर, बुसरवा, बनियाला, म्यूडा, नाडा, मैरवाना, मैंड्रथ, कुल्हा को मंजूरी मिली है। इसके साथ ही सहसपुर विकासखंड के रामपुर कला, रायपुर विकासखंड की हल्दाडी, चामासारी और डोईवाला विकासखंड के गड़ूल, चक जोगीवाला माफी, बड़कोट, कालूवाला और कालसी विकासखंड के सलगा को मंजूरी मिल गई है।