नई दिल्ली : देश और दुनिया में कोरोना के नए वैरिएंट ने दस्तक दे दी है। दिल्ली समेत कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के मामले सामने आ चुके हैं। भारत में अलर्ट जारी किया जा चुका है। लोग फिर भी चेतावनी को हल्के में ले रहे हैं. बिन मास्क के घूम रहे हैं। लेकिन बता दें कि अगर जल्द नहीं चेताए तो देश में तीसरी लहर का कहर भी देखने को मिल सकता है और देश में स्थिति खराब हो सकती है इसलिए हम सबको मिलकर देश को संकट से बचाना है।
आपको बता दें कि दिल्ली देश का चौथा राज्य बन गया है जहां से ओमीक्रोन वेरिएंट का मरीज मिला है। अब तक कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र से नए कोविड वेरिएंट के केस मिले थे। कुल पांच मरीजों में ओमीक्रोन वेरिएंट की पुष्टि हुई है। यूरोप समेत दुनिया के जिन हिस्सों में यह वेरिएंट फैल रहा है, उन्होंने पाबंदियां लगानी शुरू कर दी हैं। ज्यादातर देशों ने ओमीक्रोन वेरिएंट वाले देशों से उड़ानें रोक दी हैं। भारत में इस तरह का कोई प्रतिबंध अभी नहीं है। ओमीक्रोन का खौफ ज्यादा है, ऐसे में लोगों के मन में सवाल है कि क्या फिर से लॉकडाउन लगेगा? आइए जानने की कोशिश करते हैं कि लॉकडाउन को लेकर केंद्र व राज्य सरकारों का रुख क्या है और क्या अभी लॉकडाउन लगाना सही रहेगा?
क्या देश में फिर लगेगा लॉकडाउन?
ओमीक्रोन के चलते टोटल लॉकडाउन की संभावना बेहद कम है। जहां मामले आ रहे हैं वहां लोकलाइज्ड स्तर पर प्रतिबंध और कोविड गाइडलाइन लागू की जा सकती है। राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन की कोई योजना नहीं है। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि अभी ऐसे किसी कदम की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि देश इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि देश के हर नागरिकों को हर समय मास्क पहनना जरुरी है और अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। दूसरी लहर जिसमें कोविड से सबसे ज्यादा मौतें हुईं, तब भी लॉकडाउन नहीं था। फिलहाल ओेमीक्रोन से उतना खतरा नहीं है, इसलिए लॉकडाउन की संभावना न के बराबर है।
हम देश को ओमिक्रोन के कहर से बचा सकते हैं। प्रत्येक नागरिक मास्क पहने. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करे। बाहर से आने पर हाथ धोकर ही घर में किसी सामान में हाथ लगाएं. सैनिटाइजर का प्रयोग करें।