देहरादून : कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण अगर सबसे ज्यादा कोई तबका प्रभावित हुआ है तो वह है परिवहन व्यवसाय…जी हां टैक्सी, बसों, ऑटो समेत कई वाहनों का संचालन बंद होने के कारण वाहन चालकों और परिचालकों का जीवन संकट में आ गया क्योंकि परिवार के पालन पोषण के लिए उनके पास न तो पैसे थे और न ही रोजगार को कोई और साधन…इतना ही नहीं अनलॉक के बाद भी अभी भी ट्रांसपोर्टरों के वाहनों के पहिए पूरी तरीके से घूम नहीं रहे हैं जिससे उनके आगे आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। वहीं इसी को देखते हुए उत्तराखंड सरकार द्वारा वाहन चालकों और परिचालकों को एक-एक हजार रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया गया लेकिन उत्तराखंड परिवहन के चालक और परिचालक उत्तराखंड सरकार के द्वारा दिए जाने वाले एक-एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता लेने के इच्छुक नजर नहीं आ रहे हैं। जी हां ये हम नहीं आकंड़े कह रहे हैं. उत्तराखंड सरकार के ऐलान के बाद उत्तराखंड परिवहन विभाग के द्वारा चालक परिचालकों के लिए एक वेबसाइट तैयार की गयी, जिस पर आवेदन मांगे गए लेकिन परिवहन विभाग की उम्मीद के मुताबिक सहायत राशि के लिए आवेदक नहीं हैं। गढ़वाल मंडल के 7 जिलों में परिवहन विभाग को उम्मीद थी कि करीब 90 हजार चालक-परिचाक इसके लिए आवेदन करेंगे, लेकिन 31 जुलाई तक तय तिथि तक मात्र 6009 लोगों ने आवेदन किया जिसमें से भी 935 आवेदन खारिज किए गए हैं।
लिहाजा अब परिवहन विभाग ने एक-एक हजार रुपये की सहायता राशि के लिए आवेदन की तिथि एक बार फिर 15 सितंबर 2020 तक के लिए बढ़ा दी है ताकि सहायता राशि के लिए अधिक से अधिक परिवहन व्यवसाय से जुड़े और लोगों को इसका लाभ मिल सके. देहरादून सम्भाग के सम्भागीय परिवहन अधिकारी दिनेश चंद्र पठाई का कहना है विभाग अधिक से अधिक लोगों को सहायता राशि देने की उम्मीद करता है,जिसका लाभ चालक – परिचालक उठा सकते हैं।