रुड़की : ओमिक्रोन ने उत्तराखंड समेत देश में दस्तक दे दी है। उत्तराखंड में इग्लैंड से लौटी युवती में कोरोना की पुष्टि हुई है। एक ओर जहां एक ओर विदेश से उत्तराखंड पहुंची युवती में ओमिक्रोन की पुष्टि होने पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया तो वहीं उत्तराखंड की सीमाओं पर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा व्यवस्थाओं के लाख दावे किए जा रहे हैं लेकिन ये तस्वीरें इन दावों की पोल खोल रही है.
जी हां आपको बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर पूरे देश मे अपना रौद्र रूप दिखाया था, तो वहीं who द्वारा तीसरी लहर आने की भी आशंका जताई गई है। फिर भी उत्तराखंड में प्रशासन आंखे बूंदे बैठा है। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव भी होने हैं ऐसे में अगर केस बढ़े तो राज्य में बढ़ा खतरा पैदा हो सकता है। मामले बढ़ सकते हैं. एक तो रैलियां और ऊपर से सैलानियों का उत्तराखंड आना जारी है।
उत्तराखंड के नारसन बॉर्डर की ये तस्वीरें आप देख सकते हैं, जहाँ पर ना तो कोई पुलिस कर्मी है और ना ही स्वास्थ्य विभाग की टीम है। ऐसे में दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों को की चेकिंग करने वाला बॉर्डर पर कोई नहीं है। अगर कोई संक्रमित उत्तराखंड में प्रवेश करता है और घूमता है तो वो राज्य के लिए बढ़ा खतरा है। नारसन बॉर्डर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई सेम्पलिंग की जा रही है। कोरोना जांच करने वाली लैब पर भी स्वास्थ्य विभाग का कोई कर्मचारी मौजूद नहीं है। ऐसे लापरवाह प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग से क्या उम्मीदें की जा सकती? वहीं अपर उपजिलाधिकारी विजय नाथ शुक्ला ने बताया कि नारसन बॉर्डर पर लगातार सेम्पलिंग की जा रही है, लेकिन आखिर सच्चाई क्या है ये तस्वीरें बयां कर रही है ।