हल्द्वानी- उत्तराखण्ड राज्य बनाने को लेकर किया गया आंदोलन और अब गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने को लेकर किया जा रहा संघर्ष राज्य आंदोलनकारियों द्वारा लगातार जारी है.
हल्द्वानी में आज गैरसैण को राजधानी बनाये जाने को लेकर बुद्धिजीवियों द्वारा गैरसैंण पर एक महत्वपूर्ण चर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश भर से कई राज्य आंदोलनकारी, बुद्धिजीवी वर्गो और राजनेताओं ने हिस्सा लिया.
वहीं इस दौरान वक्ताओं ने गैरसैंण को राजधानी बनाये जाने को लेकर अपने अपने विचार प्रकट किये, वक्ताओं का कहना है की राज्य को बने 17 साल से अधिक का समय हो गया है लेकिन आज भी हमारे राज्य की कोई स्थाई राजधानी नहीं है. उनका कहना है की आंदोलनकारियों की अवधारणा भी गैरसैंण को राजधानी बनाने की थी जिस पर प्रदेश की किसी भी सरकार ने कोई काम नहीं किया, उनके द्वारा गैरसैण को राजधानी बनाये जाने को लेकर पिछल 115 दिन से आंदोलन जारी है.
वहीं कुछ वक्ताओं का यह भी कहना है की राजनैतिक दलों को दलगत राजनिती से ऊपर उठकर प्रदेश की जनता को अपने भरोसे में लेकर गैरसैंण को राजधानी बनाने पर विचार करना चाहिए क्योंकि पहाड़ी राज्य उत्तराखण्ड की राजधानी अगर पहाड़ में होगी तो इससे पहाड़ों से पलायन रूकेगा और पहाड़ के बेरोजगार युवाओं को रोजगार भी मिल सकेगा. तभी जाकर राज्य आंदोलकारियों के बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि मिल सकेगी।