हरिद्वार- रुड़की के रामनगर में भूमाफियाओं ने नगर निगम की दस करोड़ रुपये की ज़मीन को फ़र्ज़ी बैनामा कर के बेच डाला इस मामले का खुलासा करते हुए आज नगर निगम के मेयर यशपाल राणा ने बताया कि उक्त आरोपियों के खिलाफ संबंधित मामले में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.
नगर निगम में एक पत्रकार वार्ता के दौरान मेयर यशपाल राणा ने बताया कि रामनगर में नगर निगम की सोलह हजार फिट ज़मीन खाली पड़ी हुई है. उस जमीन पर कुछ भू माफियाओ ने फ़र्ज़ी बेनामे कर अन्य लोगों को बेच दिया. ज़मीन की कीमत मार्किट रेट के अनुसार तकरीबन दस करोड़ की आंकी जा रही है.
भू माफियाओं के पास जमीन के फ़र्ज़ी दस्तावेज़ है-यशपाल राणा
यशपाल राणा ने बताया कि भू माफियाओं के पास जमीन के फ़र्ज़ी दस्तावेज़ है .उसी आधार पर उन्होंने मकान का नक्शा पास करवा लिया और उस पर निर्माण भी शुरू कर दिया है. नगर निगम द्वारा ज़मीन के असल कागज़ात तहसील से निकलवाये गए तो पूरा मामला प्रकाश में आया उन्होंने बताया कि इन भू माफियाओं के पास मात्र तीन हज़ार छः सो चौबीस फिट ज़मीन का बैनामा है पर उन्होंने नगर निगम की ज़मीन पर कब्ज़ा कर लोगो को उसका बैनामा कर डाला.
उन्होंने यह मांग की है अगर इस मामले की जांच एस आई टी करे तो नगर निगम की कई जमीनों पर किये गए मामले उजागर हो सकते है जिन्हें मुक्त कराया जा सकता है.
सूत्रों के मुताबिक उक्त भू माफियाओं पर नगर निगम की तकरीबन डेढ़ लाख फिट भूमि ऐसी है जिसपर उन्होंने कब्ज़ा कर रखा है. यह विवादित भूमि रामनगर राम मंदिर वाली गली में स्तिथ है और ज़मीन पर करीब छः महीने पूर्व निर्माणकार्य शुरू हुआ था. जिसकी शिकायत कई लोगों द्वारा नगर निगम व प्रशासनिक अधिकारियों से की गई थी और नगर निगम द्वारा पूर्व में भी इस निर्माण को रुकवाया जा चुका है. वही अगर सूत्रों की माने तो नगर निगम पालिका बोर्ड के पिछले कार्यकाल में उक्त भूमि पर व्रद्ध आश्रम बनाये जाने का प्रस्ताव पारित किया गया था.