सस्ते घर का सपना देखने वाले इसे बिलकुल मजाक ना समझें ऐसा वाकई हुआ है, हां ये बात और है कि भारत में नहीं इटली में।
शहर हो रहा है वीरान
दुनिया में शायद ही ऐसा कोई होगा जो अपना घर न चाहता हो। ऊपर से अगर वो आपकी सोच से भी सस्ता हो, इटली में एक ऐसी ही जगह है जहां सिर्फ 80 रुपये में मकान मिल रहा है। दुनिया का कोई भी व्यक्ति यहां मकान खरीद सकता है। इटली में एक कस्बा है ओलोलाई टाउन, इस कस्बे के लोग लगातार यहां से जाकर शहरों में बस रहे हैं। यहां की आबादी पहले हजारों में थी जो बीते 50 सालों में घटकर सिर्फ 1300 रह गई है। लोग घर छोड़कर जा रहे हैं और मकान वीरान पड़े हुए हैं। इसी चिंता में कि यह कस्बा एक दिन कहीं घोस्ट टाउन न बन जाए यहां के मेयर ने वीरान पड़े मकानों को बेचने का फैसला किया है। वह भी सिर्फ 80 रुपये में। मेयर ने ऐसे 200 मकानों को बेचने का फैसला किया है।
मकान के लिए एक खास शर्त
दुनिया के हर आदमी के लिए ये खुला आमंत्रण है बस यहां मकान खरीदने की एक शर्त है। उस आसान सी शर्त को पूरी करके दुनिया का कोई भी व्यक्ति यहां मात्र 80 रुपये में एक मकान खरीद सकता है। शर्त यह है कि मकान खरीदने के बाद उसे मकान का जीर्णोद्धार कराना होगा। इसकी रकम भी वहां की स्थानीय सरकार ने तय कर दी है। रकम है 16 लाख रुपये।
ओलोलाई के मेयर ने इस शर्त के पीछे की वजह स्पष्ट करते हुए कहा है कि इतनी रकम लगाने के बाद लोग यहां जरूर रहेंगे। क्योंकि इतनी रकम मकान को सुंदर बनाकर वीरान छोड़ने के लिए तो कोई खर्च करेगा नहीं।
खबर के बाद बिके मकान
स्थानीय प्रशासन का मानना है कि इतनी रकम खर्च करने के बाद मकान सुंदर दिखने लगेंगे। शर्त पूरी करने के लिए तीन साल का समय दिया गया है। इस खबर के बाद अब दुनियाभर से लोग पूछताछ कर रहे हैं। वे यहां मकान खरीदने में काफी रुचि दिखा रहे हैं। अब तक 3 मकान बिक भी चुके हैं। अब देखना है कि बाकी मकान बिकने में कितना टाइम लगेगा और लोग इन मकानों का क्या करेंगे। यानी खुद रहेंगे या इसे टूरिस्ट्स के लिए किराए पर देंगे। पर आइडिया बुरा नहीं है।
पहले भी बिके हैं सस्ते मकान
खास बात ये है कि वीरान होते शहर को आबाद करने के लिए पहली बार ऐसा कदम उठाया गया हो ऐसा नहीं है। दो साल पहले 2015 में भी इटली में गांगी के सिसिलियन टाउन के मकान मात्र 65 रुपये में बेचे गए थे। दोनों कस्बों की स्थिति कमोबेश एक जैसी है। इटली ही नहीं अमेरिका के कुछ इलाकों में भी ऐसे मकान बेचे गए थे लेकिन उनकी कीमत कितनी थी इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।