रुड़की- रेलवे रोड़ पर शिफ्ट किया गया शराब का ठेका प्रशासन और महिलाओं के लिए जी का जंजाल बन गया है। दरअसल रुड़की में शराब का ठेका अब जिस जगह आया है वो रोड़ रेलवे स्टेशन की ओर तो जाती ही है बल्कि वहां सब्जी मंडी भी है।
लिहाजा भारी भीड़ तो वहां पहले से ही थी अब शराब का ठेका आने से कोढ़ में खाज जैसे हालात हो गए हैं। महिलाएं ठेके के विरोध में हैं जबकि शराब ठेकेदार दुकान के पक्ष में। सरकार राजस्व चाहती है लिहाजा प्रशासन को दुकान की हिफाजत करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
उधर दुकान हटाने की मांग पर अड़ी महिलाओं और शराब बेचेने पर आमादा दुकानदार के बीच 36 का आंकड़ा हो गया है। आए दिन महिलाओं का ग्रुप दुकान के बाहर धरना देकर विरोध जताता है जबकि शराब की दुकान का ठेकेदार हिफाजत के लिए पुलिस को बुला लेता है।
महिलाओं का कहना है कि सब्जी लेने आओ तो रेलवे रोड़ पर मौजूद शराबी अपनी हरकतों से उनका चलना फिरना दूभर कर रहे हैं। शराबियों की अश्लील फब्तियों से सब परेशान हैं क्या सब्जी खरीदने आने वाली महिलाएं क्या स्कूल जाने वाली लड़किया। मातृशक्ति का कहना है शराब की दुकान यहां से हट जाएगी तो बला टलेगी।
शराबियों की बेजा हरकतों से तंग महिलाएं जब भी शराब के ठेके के विरोध को लेकर इकट्ठा होती हैं प्रशासन और पुलिस अश्वासनों की खुराक थमा देता है । हकीकत मे हालात फिर वहीं हो जाते हैं। ऐसे में सवाल उठता है सरकार मातृशक्ति की गुहार क्यों नहीं सुन रही है ? आखिर देवभूमि के लिए जरूरी शराब का राजस्व है या मां का सम्मान। जरूरी तो नहीं कि शराब बस्तियों में बेची जाए।