भारतीय राजनीति में इस साल कई अहम बदलाव देखने को मिल हैं, जिनसे सीख लेते हुए सभी नेता आगे बढ़ना चाहेंगे। इस साल संसद में महिला के आरक्षण के लिए बिल पास हुआ। कई महिला नेता ऐसी भी रही हैं जिन्होने सदन के बाहर भी अपनी पहचान बनाई और भारतीय राजनीति में अपना कद बेहतर किया। यहां जानते हैं ऐसी महिलाओं के बारे में।
प्रियंका गांधी
प्रियंका ने कभी कोई चुनाव नहीं लड़ा था लेकिन ये साल खत्म होते हुए उन्होनें वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीत गई। जब प्रियंका और राहुल संसद साथ में पहुंचे तो ये गांधी परिवार के लिए खास दिन था।
आतिशी सिंह
दिल्ली की सीएम आतिशी सिंह भी इस साल लगातार चर्चा में रहीं। केजरीवाल की गिरफ्तारी होने के बाद जब लगने लगा था कि पार्टी टूटने के कगार पर है तब आतिशी ने केजरीवाल की गैर मौजूदगी में दिल्ली सरकार बखूबी चलाई औक पार्टी को भी बचाए रखा। फिर वह दिल्ली की सीएम बनी।
स्वाति मालिवाल
इस साल स्वाति मालिवाल भी चर्चा में बनी रही। स्वाति मालिवाल लंबे समय से महिला आयोग की अध्यक्ष थी। वह महिलाओं के हक की आवाज उठाती रही, लेकिन उनकी पार्टी के मुखिया के घर में उनसे बदसलूकी और मारपीट की गई। उन्होनें अरविंद केजरीवाल के पीए पर गंभीर आरोप लगाए और अब इस मामले पर जांच चल रही है।
कंगना रनौत
बॉलीवुड की अभिनेत्री कंगना रनौत ने राजनीति में अपना लोहा मनवाया और हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से सांसद बनी। उन्होनें कांग्रेस के नेता विक्रमादित्य को हराया। इसके बाद कई बयानों को लेकर वह चर्चा में रही।
महुआ मोइत्रा
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने इस साल संसद में शानदार वापसी की और भारतीय राजनीति में चर्चा में बनी रहीं। मोइत्रा को संसद से निकाल दिया गया था। उन पर आरोप लगे थे कि उन्होनें संसद में सवाल पूछने के लिए अपना सदन का आईडी और पासवर्ड किसी के साथ शेयर किया है। इस वजह से उनकी सदस्यता पहले ही रद्द कर दी गई थी।