बागेश्वर उपचुनाव के लिए तारीखों का ऐलान होते ही दोनों पार्टियां इसकी तैयारियों में जुट गई हैं। जहां एक ओर बीजेपी उपचुनाव को लेकर आश्वस्त है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी जीत को लेकर दावे कर रही है।
बागेश्वर उपचुनाव में किसके सिर सजेगा जीत का ताज
बागेश्वर उपचुनाव को लेकर चर्चाओं के बाजार गर्म है। जीत को कांग्रेस जहां जीतने का दावा कर रही है तो वहीं बीजेपी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है।
जहां एक ओर कांग्रेस का कहना है कि उनके पास चुनाव के लिए काफी मुद्दे हैं। तो वहीं बीजेपी इस सीट को फिर से जीतने के लिए रणनीति बनाने में जुट गई है। जिसके लिए आज भाजपा की बैठक का आयोजन भी किया जाना है।
ये बन सकते हैं बीजेपी से उम्मीदवार
बात करें दोंनों पार्टियों के उम्मीदवारों की तो अब तक किसी भी पार्टी ने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की है। लेकिन दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों के नामों को लेकर चर्चाओं के बाजार गर्म हैं। माना जा रहा है कि भाजपा इस बार सहानुभूति कार्ड खेल सकती है।
भाजपा कैबिनेट मंत्री रहे स्व. चंदन राम दास के निधन से खाली हुई इस सीट पर उन्हीं के परिवार में से किसी को टिकट दे सकती है। सूत्रों की मानें तो भाजपा स्व. चंदन राम दास की पत्नी को अपना उम्मीदवार बना सकती है।
कांग्रेस इन्हें बना सकती है अपना प्रत्याशी
अगर कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस अपने ऐसे प्रत्याशी को सीट से टिकट देने के बारे में सोच रही है जो पूरी तरह भाजपा को टक्कर दे। कांग्रेस रंजीत दास को टिकट दे सकती है। बता दें कि रंजीत दास ने पिछली बार चंदनराम दास के सामने चुनाव लड़ा था।
जिसमें चंदन राम दास ने कांग्रेस के नए चेहरे रंजीत दास को 12141 वोटों के अंतर से हराया। चंदन राम दास को 32211 मत जबकि उनके प्रतिद्धंदी कांग्रेस के रणजीत दास को 20017 वोट मिले थे।
बता दें कि तब मामला त्रिकोणीय था। जिसमें आप के बसंत कुमार ने 16 हजार मत प्राप्त किए थे। जिसके कारण ही कांग्रेस जीत का दावा कर रही है। कांग्रेस का मानना है कि इस बार बागेश्वर उपचुनाव में उलटफेर होगा।