ब्रिटेन की सियासय में बड़ा बदलाव हुआ है। आम चुनाव में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी की करारी हार हुई है। इस चुनाव में स्टारमर की विपक्षी लेबर ने प्रचंड जनादेश हासिल किया है। 650 सीटों वाली ब्रिटिश संसद में लेबर ने 400 से ज्यादा सीटें जीत ली है। यहां 650 में से अधिकतर सीटों की गिनती पूरी हो गई है। बता दें कि चुनाव से पहले यह अनुमात जताया गया था कि लेबर पार्टी संसद में भारी बहुमत हासिल करेगी जो सही साबित हुआ। इस तरह से अब कंजर्वेटिव पीएम ऋषि सुनक का 18 महीने का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा और ब्रिटेन के लोग कीर स्टार्मर को नए पीएम के रुप में देखेंगे।
कौन है कीर स्टार्मर?
कीर स्टार्मर 61 साल के लेबर पार्टी के नेता हैं। उनका जन्म 2 सितंबर, 1962 को ऑक्सटेड सरे में एक श्रमिक परिवार में हुआ था। उनकी मां एक नर्स थीं जो गठिया से जूझ रही थीं। स्टारमर के पिता टूल बनाने का काम किया करते थे। स्टारमर ने रीगेट ग्रामर स्कूल में पढ़ाई की थी। वह अपने घर के पहले शख्स थे जो यूनिर्वसिटी गए थे।
राजनेता से पहले वकील थे स्टारमर
राजनीति में आने से पहले कियर स्टारमर वकालत करते थे। वह ब्रिटेन में मानवाधिकार मामलों के काफी प्रसिद्ध वकील थे। उन्होने लीड्स यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की है। जानकारी के मुताबिक, कियर स्टारमर ने साल 1987 में एक बैरिस्टर के रुप में अपना करियर शुरु किया था।
स्टारमर ने क्या वादा किया?
बता दें कि स्टारमर ने साल 2015 में संसद में प्रवेश किया और 2020 में लेबर पार्टी का नेतृत्व संभाला। उनके नेतृत्व में ही लेबर पार्टी सत्ता पाने में कामयाब हो पाई है। यूके में 14 सालों बाद सत्ता में लेबर पार्टी की वापसी होगी। स्टारमर ने राजकोषीय जिम्मेदारी को बनाए रखते हुए सार्वजनिक सेवाओं को वापस बहाल करने की वकालत की है। वही स्टारमर ने रूस के खिलाफ यूक्रेन को सहायता देते रहने की बात कही है। इसके साथ ही उन्होनें गाजा में युद्धविराम का आह्वान किया है। उन्होनें हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजरायली बंधकों की रिहाई की भी मांग की है।