देहरादून- पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से दिल्ली में मिलने के बाद खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को ये इल्म रहा होगा कि देहरादून में उन्हें मुखिया वेलकम करेंगे और उनकी आहट पर ही पलक पांवडे बिछा देंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं!
आपका बजट आपकी राय जैसे बड़े कार्यक्रम के तहत आज जब सीएम त्रिवेंद्र रावत रायशुमारी करने दून विश्वविद्यालय में युवाओं के बीच पहुंचे तो कार्यक्रम में चैंपियन साहब भी पहुंच गए। चैंपियन के हाव-भाव चैंपियनो जैसे दिखाई दिए तो मुखिया के तेवर मॉनिटर जैसे ।
हालांकि भाव भंगिमाओं ने संकेत दिए कि भाजपाई खेमे में कुछ ऐसा खदबदा रहा है जिसके नतीजे आने वाले दिनों में आलाकमान के माथे पर चिंता की लकीरे खींच सकते हैं। दरअसल कार्यक्रम खत्म होने के बाद खानपुर विधायक सीएम के पास अपनी दरख्वास्त लेकर गए लेकिन सीएम साहब ने उस पर तत्काल गौर करने के बजाए मिलने का वक्त दे दिया।
कहने वाले कह रहे हैं कि दिल्ली से लौटने के बाद आज आयोजित कार्यक्रम में चैंपियन, सीएम रावत को असहज करने पहुंचे थे। लेकिन कप्तान के तेवरों ने भी चैंपियन को असहज कर रख दिया। लिहाजा तल्ख तेवरों के लिए पहचाने जाने वाले चैंपियन ने भी सियासी स्टाइल में कह दिया कि उन्हें कोर्टमार्शल की भी फिक्र नहीं है।
गौरतलब है कि पिछले दिनो चैंपियन ने मीडिया में ऐसा बयान दिया जो सूबे में सरकार और संगठन के लिए नाक का सवाल बन गया। उस मामले में भी भाजपा ने खानपुर विधायक पर सांगठनिक जांच बिठा रखी है।
ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि, आखिर किसकी शह पर चैपिंयन बांउसर फेंक कर कप्तान के साथ-साथ आलाकमान को असहज कर रहे हैं। दिलचस्प बात ये है कि नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश इससे पहले हल्द्वानी में कांग्रेस की बागी टीम पर चुटकी ले चुकी है कि उन्हें गिराने की आदत पड़ गई है!
होगा क्या ये तो वक्त बताएगा, फिलहाल सूबे में सियासी रिश्ते एक साल के भीतर ही 63 के बजाए 36 से दिखाई दे रहे हैं।