रामनगर-कार्बेट नेशनल पार्क में बाघों की शामत आई हुई है। आए दिन किसी न किसी रेंज से बाघ के शव मिलने की खबर आ रही है। अबकी बार पार्क के देचोरी रेंज में गश्त के दौरान जंगल के सरकारी पहरेदारों को बाघ का शव मिला।
जिसकी सूचना से जंगलात महकमें के हाथ-पांव फूल गए। खबर के मुताबिक देचौरी रेंज के लाधुवा गाड नाले से बाघिन का शव मिला है। मौके पर पहुंचे अधिकारियो ने शव को कब्जे में ले लिया है।
प्रथम दृष्टया बाघिन का शव काफी फूला हुआ है। बाघिन की उम्र 5 या 6 साल बताई जा रही है। हालांकि अभी बाघिन की मौत के कारण का पता नही लग पाया है। बाघिन का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उसके बाद ही पता चल पाएगा कि मौत कैसे हुई।
माना जाता है कि पानी के स्रोत के पास हुई मौत का कारण जहर होता है। हालांकि अभी महकमा किसी भी संभावना से इंकार नहीं कर रहा है। लिहाजा सुराग की तलाश मे जंगल की सघन कैंपिग अभियान मे और तेजी बढ़ा दी गई है।
लेकिन बड़ा सवाल ये है कि अगर ऐसे ही बाघों की मौत होती रही तो save tiger अभियान का क्या होगा और जंगल की ecology कैसे संभलेगी। लगता है हम तमाम संकेतों के बाद भी पर्यवरण को हल्के में ले रहे हैं।