उत्तराखंड का ऐतिहासिक नंदा देवी महोत्सव, जिसे देखने दूर-दूर से आते हैं लोग
उत्तराखंड में मां नंदा सुनंदा महोत्सव का आगाज हो गया है। मां नंदा सुनंदा उत्तराखंड की अधिष्ठात्री देवी है।
हर साल नंदा देवी मेला यानी नंदा देवी महोत्सव सितंबर में उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में नंदाष्टमी के समय होता है। ये त्यौहार अल्मोड़ा, नैनीताल, कोट अलोंग आदि इलाकों में मनाया जाता है।
आठ सितम्बर को सायं 07:30 बजे चंद वंशज युवराज नरेन्द्र चंद राज सिंह ने गणेश पूजा के साथ मां नंदा सुनंदा महोत्सव का शुभारंभ किया।
9 सितम्बर को मां नंदा सुनंदा के मूर्ति निर्माण के लिए कदली का वृक्ष लाने एक दल रवाना हो गया है।
बता दें की कदली वृक्ष में मां लक्ष्मी का वास माना जाता है जिस वजह से मां नंदा की मूर्ति कदली वृक्ष यानें केले के पेड़ से बनाई जाती है
बता दें की कदली वृक्ष में मां लक्ष्मी का वास माना जाता है जिस वजह से मां नंदा की मूर्ति कदली वृक्ष यानें केले के पेड़ से बनाई जाती है
10 सितम्बर के दिन कदली वृक्षों से मां नंदा सुनंदा की प्रतिमाओं का निर्माण करने के साथ साथ उनकी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी
मां नंदा सुनंदा की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद 11 सितम्बर से श्रद्धालु मां नंदा सुनंदा के दर्शन कर पाएंगे
13 सितम्बर दोपहर 12:30 बजे मां नंदा की शोभा यात्रा निकाली जाएगी और परम्परागत मार्गों से होते हुए दुगालखोला नौले में माता का डोला विधिवत विसर्जित कर दिया जाएगा