देहरादून : लोकसभा चुनाव को लेकर जहां भाजपा ने अपनी तैयारियां पूरे देश में शुरू कर दी है वहीं उत्तराखंड में भी लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी है यहां तक कि 2 फरवरी को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह उत्तराखंड पहुंचकर लोकसभा चुनाव का श्रीगणेश कर त्रिशक्ति सम्मेलन को संबोधित करेंगे जिसके माध्यम से अमित शाह माध्यम से भाजपा कार्यकर्ताओं में भी जोश भरने का काम करेंगे…वही उत्तराखंड भाजपा में कई नेता लोकसभा चुनाव लड़ने का मन बनाए हुए हैं…तो कई कैबिनेट मंत्रियों ने भी लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर अपनी दावेदारी पेश कर दिए….जिनमें यशपाल आर्य और रेखा आर्य भी सम्मिलित है वही अपने बयानों के जरिए हमेशा से सुर्खियों में रहने वाले कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने पौड़ी लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी बेबाकी की भरे अंदाज में की है.
हरक सिंह रावत का बयान
वहीं हरक सिंह रावत ने दावेदारी को लेकर कहा कि उनका 25 साल का राजनीतिक अनुभव हो गया है और ऐसे में अगर वह चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी करें…इतने बुरे दिन हरक सिंह रावत के नहीं आये हैं।
2014 का लोकसभा चुनाव हार चुके हैं हरक
आपको बता दें कि 2014 का लोकसभा चुनाव हरक सिंह रावत निवर्तमान सांसद भुवन चंद खंडूरी के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर लड़े थे, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. उत्तराखंड में सियासी उठापटक के बाद हरक सिंह रावत ने भाजपा का दामन थामा था और त्रिवेंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री का प्रभाव वर्तमान में संभाल रहे हैं. अब जब बीसी खंडूरी ने चुनाव ना लड़ने की बात कही है तो ऐसे में भाजपा के भीतर पौड़ी लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा दावेदार सामने आ रहे हैं.
वहीं हरक सिंह रावत भी पौड़ी सीट प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं क्योंकि पिछली बार पौड़ी लोकसभा सीट पर वह चुनाव लड़ चुके हैं और बीजेपी के भीतर वह पौड़ी लोकसभा सीट पर दावेदारी भी आने वाले समय में पेश करेंगे चाहे वह खुलकर इस बात को मीडिया के सामने में कह रहे हो लेकिन सियासी पंडितों की मानें तो हरक सिंह पौड़ी लोकसभा सीट पर चुनाव लड़कर संसद पहुंचने का ख्वाब संजोए हुए हैं क्योंकि विधायक और मंत्री का अनुभव हरक सिंह रावत का काफी लंबा हो गया है इसी को देखते हुए हो सांसद बनने का ख्वाब संजोए हुए हैं