हरिद्वार जिले के लक्सर कोतवाली क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव की एक विवाहिता 1 महीने पहले अपने प्रेमी (मौसी के लड़के) के साथ अपने तीन छोटे-छोटे बच्चे छोड़ कर फरार हो गई थी। विवाहिता के पति ने लक्सर कोतवाली पहुंचकर अपनी पत्नी के मौसी के लड़के के खिलाफ बहला-फुसलाकर घर से लाखों रुपए ले जाने का मामला लक्सर कोतवाली में दर्ज करा था।
लक्सर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर रुड़की के कलियर से महिला व उसके प्रेमी को धर दबोचा और कोतवाली ले आई। महिला से पूछताछ में रिश्तेदार और परिवार के लोग उस समय दंग रह गए, जब महिला ने अपने ही पति को पति मानने से साफ इंकार कर दिया। तस्वीरों में दिख रहे हैं मैंने मासूम बच्चे पिता ने महिला के पास भेजें ताकि मां की ममता में महिला का दिल पसीज जाए और घर वापस आ जाए।
कोतवाली में चले घंटों हंगामे के बाद महिला ने अपने बच्चे मानने से ही इंकार कर दिया और चीख चीख कर बोली यह बच्चे मेरे नहीं। मां की ममता का आंचल सिर से उठने के बाद बच्चे अपनी मां की एक झलक पाने के लिए बेताब थे। तो वही मां की ममता चकनाचूर हो गई। काफी प्रयास के बाद महिला के ना मानने पर परिवार के लोग महिला को उसके प्रेमी संग जाने के लिए तैयार हो गए। लेकिन उसी समय पति ने भी अपने तीनों बच्चे अपने पास रखने से साफ इनकार कर दिया। पुलिस मामला सुलझाने का घंटों प्रयास करती रही लेकिन माता-पिता कोई भी बच्चे साथ ले जाने को तैयार नहीं था।
तस्वीरों में दिख रहे मासूम बच्चो के सिर से माता पिता का साया उठने के बाद कोतवाली में बच्चे अनाथ की तरह दिखते नजर आए। हालांकि देर शाम तक चले हंगामे के बाद महिला प्रेमी संग चली गई। और बच्चों को बच्चों की मौसी तीनों बच्चों को अपनी ममता का आंचल देकर अपनी सुपुर्दगी में लेकर अपने घर चली गई। जब हमने इस मामले को लेकर पुलिस से बात करना चाहा तो पुलिस मीडिया के कैमरे पर कुछ भी कहने से बचती नजर आई।