उत्तरकाशी (बड़कोट): नौगांव विकासखंड के बिगराड़ी गांव के शहीद राजेश चमियाल के जन्मदिन पर हर साल पूजा की जाती है। उनको उनकी पसंद की चीजें प्रसाद के रुप में चढ़ाई जाती हैं। गांव के लोगों के साथ ही आसपास के गांवों के लोग भी शहीद राजेश चमियाल को श्रद्धांजलि देने पहुंचते हैं।
23 साल की उम्र में हुए शहीद
शहीद राजेश चमियाल 23 जून 2013 को 23 साल की उम्र में कुफवाड़ा में शहीद हो गए थे। राजेश चमियाल बहुत होनहार थे।
पुलिस और आईटीबीपी के साथ आया सेना की नौकरी का ऑफर
राजेश को पुलिस और आईटीबीपी को चुनने का मौका भी मिला था, लेकिन राजेश ने आर्मी ज्वाइन की। शहीद राजेश भर्ती की उम्र होते ही सेना में चले गए थे और बहुत कम समय में ही भारत मां के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया।राजेश के बलिदान को कोई नहीं भुला सकता। उनके जन्मदिन पर आज गांव में ही बने उनके स्मारक पर ग्रामीणों और अन्य लोगों ने भावपूर्ण नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर लोगों ने भारत माता के जयकारे भी लगाए। उनके परिजनों के साथ ही ग्रामीण भी भावुक नजर आए।