लक्सर: कोरोना महामारी के कारण लाॅकडाउन में फंसे लोगों के लिए वैसे तो देशभर में फंसे लोगों के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं की हुई हैं, लेकिन कुछ लोग फिर भी भूखे रह जा रहे हैं। वहीं, उत्तराखंड के रुड़की में राहत शिविरों में रहने वाले प्रवासी कामगारों का सब्र अब टूटने लगा है। लॉकडाउन बढ़ाए जाने की बातें सामने आने के बाद शिविर में रह रहे लोगों ने रविवार रात का भूख हड़ताल कर दी।
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने उन्हें घर भेजने की व्यवस्था नहीं की तो खाना नहीं खाएंगे। मौके पर पहुंचे बीडीओ ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे अपनी जिद पर अड़े रहे। बाद में एसडीएम के आश्वासन पर उन्होंने खाना खा लिया। केंद्र सरकार के आदेश पर 29 मार्च को प्रदेश की सारी सीमाएं पूरी तरह सील कर दी गई थीं। लक्सर में चार राहत शिविर बनाए हैं, जिनमें दिल्ली, यूपी और बिहार के करीब 175 लोग ठहरे हैं।
रविवार शाम को लक्सर के कुछ समाजसेवी युवराज पैलेस के शिविर में खाना लेकर पहुंचे तो 62 में से केवल दस लोगों ने ही खाने के पैकेट लिए। बाकी लोग खाना लेने से इंकार कर भूख हड़ताल पर बैठ गए। उनका कहना था कि जब वे लौट रहे थे तो उस समय प्रशासन ने केवल दो हफ्तों की बात कहकर शिविर में रोका था। 14 अप्रैल के बाद घर भेजने की बात कही थी। अब लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाने की बात सामने आ रही है, उससे लगता है कि उन्हें तब तक यहीं रहना पड़ेगा।