देहरादून- उत्तराखंड के राज्यपाल डॉ कृष्णकांत पॉल और विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद्र अग्रवाल ने भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। आपको बता दें अटल जी ने दिल्ली के एम्स में शाम 5 बजकर 5 मिनट पर अंतिम सांस ली,
वाजपेयी के निधन से भारत वर्ष के इतिहास में एक महान युग का अंत हो गया है- राज्यपाल
राज्यपाल के.के पॉल ने कहा कि वाजपेयी के निधन से भारत वर्ष के इतिहास में एक महान युग का अंत हो गया है. उनके नेतृत्व में भारत वर्ष ने अपनी नयी पहचान बनाई और देश ने २१ वीं शताब्दी में मज़बूती से क़दम आगे बढ़ाया। उन्होंने भारत को परमाणु शक्ति सम्पन्न देश के रूप में स्थापित किया। भारत को एक बड़ी आर्थिक, वैज्ञानिक और सामरिक शक्ति के रूप में पहचान दिलायी। वे एक महान जन नायक, सर्वोत्तम श्रेणी के प्रशासक , महान कवि एवं साहित्यकार और कलाप्रेमी थे। प्रतिष्ठित सार्वजनिक मंचों पर हिंदी भाषा को प्रोत्साहित करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। वे प्रखर वक़्ता थे जो अपने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देते थे।
आगे राज्यपाल ने कहा कि स्वर्गीय वाजपेयी ने सांसद के रूप में युवावस्था से ही अपनी विशिष्ट पहचान बनाई थी और भारत के सभी प्रधानमंत्री उनसे प्रभावित रहे। अटल जी अंतराष्ट्रीय समुदाय में भी बेहद लोकप्रिय राजनेता थे। डॉ पाल ने कहा कि स्वर्गीय बाजपेयी सदैव भारत वर्ष के इतिहास में एक दैदीप्यमान नक्षत्र के रूप में प्रकाशमान रहेंगे। प्रत्येक भारतवासी अपने इस प्रिय नेता को श्रद्धासुमन अर्पित करता है।
राज्यपाल ने दिवंगत की आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है ।
बाजपेयी जी के निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई विधानसभा अध्यक्ष
वहीं विधानसभा प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि बाजपेयी जी के निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है। उन्होने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों एवं लाखों शुभचिंतक के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
विधानसभा अध्यक्ष ने अपने संदेश में कहा कि भारत के राजनीतिक इतिहास में अटल बिहारी वाजपेयी का संपूर्ण व्यक्तित्व शिखर पुरुष के रूप में दर्ज है. उनकी पहचान एक कुशल राजनीतिज्ञ, प्रशासक, भाषाविद, कवि, पत्रकार व लेखक के रूप में है। अग्रवाल ने कहा कि बाजपेयी जी ने राजनीति को दलगत और स्वार्थ की वैचारिकता से अलग हट कर अपनाया और उसको जिया. जीवन में आने वाली हर विषम परिस्थितियों और चुनौतियों को स्वीकार किया। साथ ही कहा कि अटल बिहारी बाजपेयी जी ने पोखरण जैसा आणविक परीक्षण कर दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका के साथ दूसरे मुल्कों को भारत की शक्ति का अहसास कराया।
उत्तराखंड को विशेष राज्य का दर्जा देने के साथ ही ऋषिकेश एम्स की सौगात भी दी थी-विधानसभा अध्यक्ष
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अटल जी ने उत्तराखंड को विशेष राज्य का दर्जा देने के साथ ही ऋषिकेश एम्स की सौगात भी दी थी। अग्रवाल ने कहा कि भारत के विकास में योगदानकर्ता के रूप में हमारे सार्वजनिक जीवन का एक अगुआ हमारे बीच से चला गया।