वन प्रभाग में हुए कामों की जानकारी मांगना एक आरटीआई एक्टिविस्ट के लिए फिलहाल मुसीबत भरा हो गया है। दरअसल देहरादून से सहस्त्रधारा इलाके के रहने वाले अनिल कक्कड़ ने मसूरी और देहरादून वन प्रभाग में पिछले दो सालों में हुए कामों के साथ साथ ठेकेदारों को हुए भुगतान की जानकारी आरटीआई के जरिए मांगी। इस आरटीआई के जवाब में विभाग ने दोनों प्रभागों की 46 फाइलें पढ़ने के लिए भेज दीं। ये फाइलें विभाग ने खास तौर पर गाड़ी से अनिल कक्कड़ के घर पहुंचा दीं।
अब इतनी फाइलें देख कर अनिल कक्कड़ परेशान हैं। इन फाइलों में तकरीबन 5000 पेज हैं। विभागीय भाषा में लिखे पेज को पढ़ कर समझना मुश्किल है। लिहाजा अब अनिल कक्कड़ विभाग के किसी रिटायर्ड अधिकारी की तलाश में हैं जो उन्हें ये फाइलें पढ़ कर समझा सके। दिलचस्प ये भी है कि अनिल इन फाइलों को पढ़ने के लिए पैसें भी देने को तैयार हैं। अनिल को उम्मीद है कि इन फाइलों को पढ़ने के बाद बड़े घोटाले पर से पर्दा उठ सकता है।