रुद्रपुर : उत्तराखंड में निजी अस्पतालों का आतंक और मनमानी बढ़ती जा रही है। निजी अस्पतालों से कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिसमे इलाज के नाम पर मरीज के परिवार वालों से मोटा पैसा वसूला गया तो कभी अभद्र व्यवहार किया गया। वहीं कई बार निजी अस्पतालों की बड़ी लापरवाही भी सामने आई है जिसमे मरीज की मौत तक हो गई है लेकिन इसके बाद भी निजी अस्पताल अपना पल्ला झाड़ लेते हैं और बिल का भुगतान करने का दबाव डालते हैं।
निजी अस्पताल की बड़ी लापरवाही
वहीं रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल से ऐसी ही एक बड़ी लापर वाही सामने आई है। जिसमे मरीज के पैर पर उल्टी रॉड लगाने का आरोप लगाया गया है। परिजनों ने अस्पताल पर आऱोप लगाते हुए निजी अस्पताल मं जमकर हंगामा किया। मौके पर पुलिस पहुंची और सबको चौकी ले आई।
सड़क हादसे में फ्रैक्चर हुआ था पैर
परिजनों ने अमृत नामक निजी अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए। परिजनों का कहना है कि 5 फरवरी को ट्रांजिट कैंप निवासी संजय सरदार पुत्र किरन सरदार का गदरपुर-केलाखेड़ा के बीच सड़क हादसे में पैर की हड्डी टूट गयी थी। परिजनों के अनुसार एक्सीडेंट होने के बाद वह उसे अमृत अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसका उपचार किया और पैर में रॉड डाली।
परिजनों ने आरोप लगाया कि उन्होंने अस्पताल के बिल का भुगतान कर दिया लेकिन जब उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से डिस्चार्ज के पेपर मांगे तो वह टाल-मटोल करने लगे। इस बीच संजय की तबीयत बिग़ड़ गई और संजय को किसी अन्य अस्पताल ले गया, जहां एक्स—रे करने पर पता चला कि उसके पैर में पड़ी रॉड उल्टी है और हड्डी भी नहीं जुड़ी है। ये सुन परिजन हैरान रह गए।
वहीं ये जानने के बाद मरीज के परिजन और उनके साथी अस्पताल पहुंचे लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने बात करने से मना कर दिया जिसके बाद परिजनो ने अस्पताल में हंगामा किया।मौके पर पुलिस पहुंची और बाजार चौकी ले आई।