अमेरिका(US) की कोर्ट ने भारतीय मूल के डॉक्टर (Indian-Origin Doctor) को अपनी पत्नी और दो बच्चों को खाई में गिराने के आरोप में सजा से बरी कर दिया है। फिलहाल डॉक्टर को अपने माता-पिता के पास रहने और देश ना छोड़ने के आदेश दिए गए है। इसके साथ ही आरोपी का ड्राइविंग लाइसेंस भी जब्त किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल ये घटना बीते साल जनवरी की है। जब ये खबर आई थी कि भारतीय मूल के डॉक्टर धर्मेश पटेल ने अपनी पत्नी और दो बच्चे जिनकी उम्र सात और चार साल की है, को टेस्ला कार(Tesla Car) समेत खाई में गिरा दिया था। जिसके बाद खुलासा हुआ कि वो मानसिक समस्यों से जूझ रहे हैं। जिसकी वजह से उन्होंने ये काम किया। डॉक्टरों की माने तो पटेल सिजोफेक्टिव डिसऑर्डर और मेजर डिप्रेसिव डिसऑर्डर से पीड़ित थे। उन्हें ये एहसास होता था कि कोई उनका पीछा कर रहा है। मनोवैज्ञानिकों ने कोर्ट को ये बात बताई कि पटेल को लगता था कि उनके बच्चों के साथ यौन तस्करी हो सकती है। इसी डर के वजह से उन्होंने अपने बच्चों व पत्नी को खाई में गिरा दिया।
अदालत ने डॉक्टर को दी राहत
हालांकि इस दुर्घटना से डॉक्टर का परिवार बच गया। जिसके बाद पत्नी ने इस बात को कबूला कि उनके पति ने जानबूझकर उन्हें खाई में गिराया। हालांकि उन्होंने पति पर कार्यवाही ना करने की भी मांग की है। डॉक्टरों और वकीलों की सुनने के बाद अदालत ने पटेल को जेल ना भेजने का निर्णय किया। जेल की बजाय मानसिक उपचार के लिए उन्हें अनुमति दी गई।
अदालत ने आदेश दिए है कि आरोपी को माता-पिता के पास रखा जाए। साथ ही उनपर GPS से निगरानी रखी जाएगी। इसके आलावा उन्हें हफ्ते में एक बार अदालत में रिपोर्ट करना होगा। इस मामले की अगली सुनवाई एक जुलाई को की जाएगी।