अल्मोड़ा जिले के रानीखेत में कई दुलर्भ प्रजाति के पक्षी नजर आए हैं। श्रीलंका के स्ट्रीक थ्रोटेड कठफोड़वा और चीर फिजेंट के साथ ही यहां कोक्लास का पूरा परिवार नजर आया है। इन पक्षियों को यहां देखर पक्षी प्रेमियों में खुशी है। बता दें कि ये तीनों पक्षी बेहद ही दुर्लभ प्रजाति के हैं।
रानीखेत में नजर आया पहली बार स्ट्रीक थ्रोटेड कठफोड़वा
पर्यटन नगरी रानीखेत में पहली बार दुर्लभ प्रजाति का पक्षी श्रीलंकाई स्ट्रीक थ्रोटेड कठफोड़वा नजर आया है। क्षेत्र के खनियां गांव के जंगलों में पक्षी प्रेमियों ने इसे देखा है और इसकी तस्वीरें अपने कैमरों में कैद की है। इस पक्षी की यहां मौजूदगी से पक्षी प्रेमियों और विशेषज्ञों में खासी खुशी है।
बता दें कि स्ट्रीक थ्रोटेड कठफोड़वा भारतीय उपमहाद्वीप में पाई जाने वाली कठफोड़वा की एक प्रजाति है। जो आमतौर पर श्रीलंका में पाई जाती है। पक्षी विशेषज्ञों के मुताबिक ये पक्षी 19 से 21 सेमी लंबा होता है और इसका वजन 83 से 111 ग्राम होता है। इसका रंग हरा होता है और गले में एक धारी होती है। बता दें कि यह आम तौर पर ये पक्षी दक्षिण भारत के सूखे जंगलों के साथ ही बांग्लादेश, श्रीलंका में पाया जाता है।
रानीखेत में विचरण करता दिखा चीर फिजेंट
भारत में पाए जाने वाले कई पशु-पक्षी विलुप्ति की कगार पर खड़े हैं। उन्हीं में से एक चीर फिजेंट पक्षी भी है। लेकिन विलुप्ति की कगार पर खड़े इस पक्षी को पर्यटन नगरी रानीखेत में देखा गया है। ये पक्षी आमतौर पर बेदह ही कम देखा जाता है। बता दें कि ये मोर वंश का है और धीरे-धीरे विलुप्त होता जा रहा है। इनकी संख्या 10 हजार से भी कम रह गई है।
चीर फिजेंट पक्षी की वीडियो और फोटो अल्मोड़ा के वरिष्ठ फोटोग्राफर जयमित्र बिष्ट ने अपने कैमरे में कैद की है। उन्हें ये पक्षी रानीखेत के मजखाली में नजर आया। बता दें कि ये पक्षी हिमालय के 6,000 फीट ऊंचाई वाले इलाकों में दिखाई देते हैं। इसे रानीखेत में देखे जाने पर लोग हैरान हैं। चीर फिजेंट भारत के अलावा पड़ोसी देश नेपाल और पाकिस्तान में भी पाया जाता है।

रानीखेत में दिखा चीन के पक्षी कोक्लास का परिवार
चीन के दुर्लभ पक्षी कोक्लास तीतर का परिवार का दीदार रानीखेत में हुआ है। आपको बता दें कि पहले यहां नर कोक्लास तीतर नजर आया था। जिसके बाद यहां मादा कोक्लास तीतर और उसके तीन बच्चे भी देखे गए हैं। वन्यजीव फोटोग्राफर कमल गोस्वामी ने रानीखेत-हल्द्वानी हाईवे के समीप चाइना व्यू में नर-मादा कोक्लास सहित तीन बच्चों की तस्वीरें अपने कैमरे में कैद की हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस दुर्लभ पक्षी का यहां दिखना सुखद है।

जनवरी के महीने में नर कोक्लास नजर आया था। जिसके बाद अप्रैल के महीने में यहां मादा और उसके बच्चे कोक्लास भी नजर आए हैं। बता दें कि कोक्लास तीतर की लंबाई लगभग 58-66 सेमी और वजन 700-1100 ग्राम होता है। ये ठंडे और ऊंचाई वाले स्थानों पर रहते हैं। अब तक दुनिया में कोक्लास तीतर की नौ उप-प्रजातियां पहचानी गई हैं। जिसमें से चार भारत के उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में मिलती हैं।



