हल्द्वानी के बनभूलपुरा में गुरुवार शाम को अतिक्रमण हटाने को लेकर बवाल हो गया। जिसके बाद प्रशासन ने देर शाम उपद्रवियों को देखते ही गोली चलने के आदेश जारी हुए। हल्द्वानी हिंसा को लेकर जिलाधिकारी वंदना का बयान सामने आया है। डीएम ने शुक्रवार को प्रेससवार्ता कर बताया कि हादसे में अभी तक दो लोगों की मौत हुई है। जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
हल्द्वानी हिंसा पर सामने आया डीएम का बयान
जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि तोड़फोड़ अभियान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ, रोकथाम के लिए फोर्स तैनात की गई थी। हमारी नगर निगम की टीम पर पथराव किया गया। योजना बनाई गई थी कि जिस दिन तोड़फोड़ अभियान चलाया जाएगा। हमला किया जाएगा। पत्थर पहले से छतों पर इकट्ठा किए गए थे। पत्थरों वाली पहली भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया और दूसरी भीड़ जो आई, उसके पास पेट्रोल बम थे। हमारी टीम ने कोई बल प्रयोग नहीं किया।
हिंसा करने वालों ने दी है राज्य को चुनौती
डीएम ने बताया थाने पर विरोध प्रदर्शन के लिए अधिकतम बल का प्रयोग किया गया। जैसे ही उन्हें (भीड़ को) थाने से तितर-बितर किया गया, वे गांधी नगर इलाके की ओर चले गए। सभी समुदायों और धर्मों के लोग वहीं थे। हमारी प्राथमिकता पुलिस स्टेशन की सुरक्षा करना थी और फिर यह सुनिश्चित करना था कि गांधी नगर में जान-माल का कोई नुकसान न हो। डीएम ने कहा प्लानिंग के तहत हिंसा हुई है। ये कोई इंटेलिजेंस फेलियर नहीं है। हिंसा करने वालों ने राज्य को चुनौती दी है।