पूर्व सीएम हरीश रावत में त्रिवेंद्र प्रेम दिखा। बता दें कि पूर्व सीएम का बीते दिनों केदारनाथ में विरोध किया गया था जिसके बाद हरीश रावत ने कहा कि त्रिवेंद्र रावकत को केदारनाथ दर्शन से रोकना ठीक नही है। उन्हें ऐसा नहीं होना चाहिए। बाबा केदार सभी को क्षमा करते हैं। साथ ही कहा कि भाजपा सरकार अहंकार के कारण देवस्थानम बोर्ड को भंग नहीं कर रही है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर यह कार्य किया जाएगा।
बीते दिन मीडिया से बात करते हुए हरीश रावत ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ गुस्सा स्वाभाविक है। पीएम मोदी के दौरे से पहले बोर्ड को भंग किया जाना चाहिए। सरकार के इस कदम के विरोध में जनता सबक सिखाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने कांग्रेस में सेंधमारी की तो इसका करारा जवाब दिया जाएगा। 2016 में भाजपा ने सेंधमारी की स्क्रिप्ट लिखी थी। अब विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस ऐसी किसी भी कोशिश पर पलटवार करेगी। भाजपा में भगदड़ की नौबत है।
हरीश रावत सोशल मीडिया के जरिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर वार किया। हरदा ने शाह पर उनकी राजनीतिक हत्या करने का आरोप लगाया। देहरादून में बीते दिनों जनसभा में शाह के संबोधन का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि शाह ने उन्हें दो चुनौती दी हैं। इनमें से एक में धमकी भी छिपी है। अपने स्टिंग का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वह गंगा किनारे के गोल पत्थर हैं। लुढ़क सकते हैं। दूर तक घिसटते हुए मिट्टी में मिल सकते हैं, लेकिन टूट नहीं सकते।