भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट (share market crash) से हड़कंप मच गया है। शेयर बाजार में सोमवार 30 सितंबर को भारी गिरावट दर्ज की गई है। बाजार खुलने के साथ ही सेंसेक्स 363 अंक लुढ़क कर 85208 पर खुला। वहीं निफ्टी में भी गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी 117 प्वाइंट गिरकर 26061 पर खुला जबकि बैंक निफ्टी 278 अंक गिरकर 53,556 पर खुला। बाजार के खुलने के कुछ देर बादतकरीबन 12.30 के आसपास मार्केट में और मंदी आई और गिरावट 977 अंकों की गिरावट पर चला गया।बाजार में आई इस बड़ी गिरावट के चलते निवेशकों को तीन लाख करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन है। माना जा रहा है कि निवेशकों के तीन लाख करोड़ रुपए डूब गए हैं।
इन सेक्टर्स में आई बड़ी गिरावट
बाजार में सबसे अधिक गिरावट ऑटो, बैंकिंग और एनर्जी सेक्टर में देखने को मिली है। इसके अलावा रियल्टी और कैपिटल गुड्स में भी काफी ज्यादा गिरावट देखने को मिल रही है।
इस वजह से गिरा मार्केट
वहीं बाजार में गिरावट के पीछे विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बिकवाली सबसे बड़ा कारण मानी जा रही है। शेयर मार्केट के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने एक हजार करोड़ से ऊपर के शेयर बेच दिए और यहीं से बाजार में गिरावट ट्रिगर हुई। इसके साथ ही भारतीय बाजारों पर एशियाई बाजारों में हुई बड़ी हलचल का भी असर पड़ा है। जापान में Nikkei 1800 अंकों तक गिरा था। बताया जा रहा है कि जापान में नए प्रधानमंत्री के नाम के ऐलान के बाद ब्याज दरें तेजी से बढ़ाए जाने का डर बढ़ गया है और यही वजह है कि जापान के बाजार गिरे हैं।
मिडिल ईस्ट का तनाव भी है जिम्मेदार
भारतीय बाजारों में गिरावट के पीछे एक सबसे बड़ी वजह मिडिल ईस्ट में तनाव के चलते आई प्रॉफिट बुकिंग को भी माना जा रहा है। इजरायल की ओर से ईरान समर्थित ताकतों पर लगातार हमलों से वहां संघर्ष की आशंका है। अगर यहां अमेरिका ने दखलंदाजी की तो बाजार में बड़ी हलचल आना तय है। वहीं हिजबुल्लाह चीफ सैय्यद हसन नसरुल्लाह के मारे जाने के बाद निवेशक सतर्क हो गए हैं और बिकवाली बढ़ गई है।