हल्द्वानी: नैनीताल जिले में हल्द्वानी सबसे पुरानी जेलों में से एक जेल है। इस जेल में क्षतमा से कहीं अधिक कैदियों को रखा गया है। अलग-अलग कारणों से जेल पहले भी चर्चाओं में रही है, लेकिन इस बार जेल जिस कारण से चर्चा में है। वो बेहद चैंकाने वाला और चिंताजनक है। हल्द्वानी जेल में हाल ही में की गई कैदियों की जांच में आठ कैदी एचआईवी पाॅजिटिव पाए गए। जिसके बाद से हड़कंम मचा हुआ है।
हल्द्वानी जेल में 8 एचआईवी पाॅजिटिव
हल्द्वानी की इस जेल में कई कैदियों के एचआईवी एड्स संक्रमित होने की खबर सामने आने के बाद से जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। कुमाऊं के 3 जेलों में 10 एचआईवी पॉजिटिव कैदी हैं, जबकि अकेले हल्द्वानी जेल में ही 8 एचआईवी संक्रमित कैदी हैं। एचआईवी पाॅजिटिव कैदियों का सुशीला तिवारी अस्पताल के एआरटी सेंटर में उपचार चल रहा है। एआरटी सेंटर के डॉक्टर अशोक कुमार का कहना है कि सभी कैदियों का इलाज किया जा रहा है, साथ ही ऐसे कैदियों का पूरा डाटा भी रखा जाता है।
700 की क्षमता, जेल में 11 सौ से ज्यादा
हल्द्वानी जेल में 700 कैदियों की क्षमता है। जबकि इस जेल में 11 सौ से अधिक कैदी हैं। इनमें कई तरह की बीमरियों वाले मरीज भी हैं। कई नशेड़ी भी हैं। जिनके उपचार के लिए सेंटर भी खोला गया है। नशे की प्रवृत्ति के 41 कैदियों का इलाज चल रहा है। केंद्र और राज्य सरकार की ओर से एआरटी सेंटर खोलने के अलावा एचआईवी एड्स की रोकथाम के लिए भारी भरकम बजट जारी करने के बावजूद जिले में लगातार एचआईवी पॉजिटिव रोगियों की संख्या बढ़ रही है। खासकर जेल जैसी सुरक्षित जगह पर लगातार एचआईवी पाॅजिटिव कैदियों की संख्या बढ़ना बड़े सवाल खड़े करता है।