बाजपुर- लगातार तीन चुनावों में कांग्रेस के टिकट से जीत कर इतिहास बनाने वाले य़शपाल आर्य इस बार पाला बदलकर भाजपा के खेमे में खड़े हैं। बाजपुर सीट से भाजपा ने यशपाल आर्य को अपना प्रत्याशी बनाया है। आज उनके नामांकन कार्यक्रम के जुलूस में उस वक्त खलल पड़ गया जब जलूस में नारेबाजी के बीच गोली चल गई।
गोली चलने से मची भगदड़ में कई लोग घायल हो गए। जिसमें महिलाओं की तादाद ज्यादा बताई जा रही है। गोलीबारी की इस घटना में पिंदा गुट और नामधारी गुट का नाम सामने आ रहा है हालांकि ये पता नहीं चल पाया कि आखिर गोली क्यों चली और गोली चलाने वाले जलूस में शामिल थे या इत्तेफाक ही नामांकन जलूस में शामिल हो गए थे।
बहरहाल बड़ा सवाल ये है कि आखिर बाजपुर को संवेदनशील चिह्नित होने के बावजूद अब तक प्रशासन ने हथियार जमा करवाने में तेजी क्यों नही दिखाई। उससे भी बड़ा सवाल ये है कि अगर इलाके में सबके लाइसेंसी हथियार जमा हो गए हैं तो जलूस में ये असलहा कहां से आया और किसकी शह पर ?
आखिर वो कमजोर कड़ी कौन सी है जिसकी वजह से जलूस में खलल पड़ा, महिलांए घायल हो गई। हालांकि पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। लेकिंन उत्तराखंड के अब तक के चुनावी इतिहास मे ये पहली घटना है जब किसी नामांकन में गोली चलने जैसी वारदात हुई हो। 2002 से 2012 तक के चुनावी इतिहास में उत्तराखंड में कभी नामांकन का जुलूस गोलियों के धमाके से नहीं गूंजा।