आगामी चार धाम यात्रा के लिए स्थानीय लोगों के पंजीकरण की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया।
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सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड में अन्य राज्यों से यात्रा पर आने वाले किसी भी तीर्थयात्री को दर्शन से वंचित नहीं रखा जाएगा। चाहे उहोंने पंजीकरण कराया हो या नहीं।
श्रद्धालुओं को नहीं रखा जाएगा दर्शन करने से वंचित
बता दें पिछले कुछ समय से तीर्थपुरोहित श्रद्धालओं की सिमित संख्या के फैसले पर सरकार से नाराज नजर आ रहे थे। इसे लेकर सीएम धामी ने सचिवालय में आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के दौरान ये निर्देश दिए कि राज्य में अन्य राज्यों से आ रहे श्रद्धालुओं को वंचित नहीं रखा जाएगा
सचिवालय में हुई बैठक में लिया फैसला
सीएम धामी ने कहा कि जिन होटलों, गेस्ट हाउस और होमस्टे में बुकिंग हो चुकी है, उन यात्रियों को दर्शन से नहीं रोका जाएगा। उनका वहीं, ऑफलाइन पंजीकरण कराया जाएगा।
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बता दें कि सोमवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ हुई वार्ता में चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल व महासचिव डॉ. बृजेश सती ने यही तीन प्रमुख मुद्दे उठाए थे। जिसके बाद सीएम धामी ने बैठक में ये निर्णय लिए।