लक्सर – हाकिम के हुक्म को कैसे हल्के में लिया जाता है ये जानना है तो रुड़की से लक्सर की ओर जाने वाले हाईवे पर निकल जाइए। जब जाओ तो संभल कर जाना कहीं ऐसा न हो कि आप भी उसी तकलीफ से दो-चार हो जाओ जिससे इलाके के लोग हर दिन हो रहे हैं।
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि लोकनिर्माण महकमे ने दीपक रावत जैसे तेज तर्रार जिलाधिकारी के आदेश को भी ठेंगा दिखा दिया। साहब की फटकार का भी उस पर असर नहीं हुआ। जब जिलाधिकारी लक्सर दौरे पर आए थे तो उन्होंने लोकनिर्माण विभाग को 20 किलोमीटर लंबे रुड़की-लक्सर हाईवे को गड्ढा मुक्त करने के आदेश दिए थे। लेकिन एक महीना गुजरने के बाद भी लक्सर-रुड़की हाईवे बदहाल है।
आलम ये है कि महकमा मस्त है और राह से गुजरने वाले मुसाफिर परेशान। किसी का वाहन संतुलन खो रहा है तो किसी को गिरकर चोट खाने को मजबूर होना पड़ रहा है। सड़क पर हुए कुछ गड्ढे तो बीते दिनों हुई बारिश में तालब से दिखाई दिए। बावजूद इसके लोकनिर्माण विभाग पर कोई फर्क नहीं पड़ा। हालांकि विभाग के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि जल्दी ही सड़क को गड्ढा मुक्त कर दिया जाएगा।
ऐसे में सवाल उठता है कि जब राज्य में हाई-वे की सेहत ही बदहाल है तो उन सड़कों का क्या हाल होगा जो इस राज्य में गांव मुहल्लों से गुजरती हैं।