देहरादून- रोजगार के नए मौके मिलने का इंतजार कर रहे प्रदेश के युवाओं की मुराद इस वर्ष पूरी होने जा रही है। नौकरियों की झमाझम बरसात होगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चालू वित्तीय वर्ष 2018-19 को रोजगार वर्ष के तौर पर मनाने का निर्णय लिया है।
सभी को किए गए निर्देश जारी
राज्य के सभी अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों, सचिवों, प्रभारी सचिवों को इस संबंध में सचिव मुख्यमंत्री राधिका झा की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं। रोजगार वर्ष के तहत राज्य के युवाओं का कौशल विकास करते हुए रोजगार और स्वरोजगार के मौके प्रदान किए जाएंगे।
रिक्त पदों के साथ ही स्वरोजगार के अवसरों से संबंधित सूचनाएं देने को कहा
इस संबंध में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर से 27 अप्रैल को दोपहर चार बजे बैठक बुलाई गई है। शासन के सभी आला अधिकारियों को महकमों में रिक्त पदों के साथ ही स्वरोजगार के अवसरों से संबंधित सूचनाएं देने को कहा गया है।
नए अवसर मुहैया कराने का संकल्प जताया गया
गौरतलब है कि बीते मार्च माह में गैरसैंण में पारित वित्तीय वर्ष 2018-19 के बजट में रोजगार के नए अवसर मुहैया कराने का संकल्प जताया गया है। राज्य में पूंजी निवेश को बढ़ावा देने को देशी-विदेशी उद्यमियों को आकर्षित किया जा रहा है।
माना जा रहा है कि इस वित्तीय वर्ष में 554 करोड़ के उद्यमों के स्थापित होने से 500 लोगों को रोजगार के मौके मिलेंगे। इसके साथ ही सरकार की ओर से सरकारी महकमों में जरूरत के सभी पदों को भरने की कवायद भी चल रही है।
सरकार की योजना इस वर्ष 6.14 लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मुहैया कराने की है। सहकारिता और उद्यान के क्षेत्र में सर्वाधिक 3.70 लाख लोगों को रोजगार के अवसर देने पर जोर दिया जा रहा है। विभिन्न विभागों में लगभग 6500 रिक्तियां जारी की जा चुकी हैं। वर्ष 2017-18 में 2500 पदों पर नियुक्तियां की गईं।