अमेरिका की यूनाइटेड एयरलाइंस के खिलाफ दो अनुभवी फ्लाइट अटेंडेंट ने कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होनें आरोप लगाया है कि एयरलाइंस ने उन्हें गोरी और पतली फ्लाइट अटेंडेंट की वजह से नौकरी से निकाल दिया।
मीडिया रिपोर्ट में मिली जानकारी के अनुसार डार्बी क्यूजादा और डॉन टॉड नामक दो महिलाओं ने यूनाइटेड एयरलाइंस पर नस्लीय और धार्मिक भेदभाव करनेका आरोप लगाया है। इन दोनों महिलाओं ने यूनाइटेड किंगडम के लिए 15 साल से ज्यादा समय तक काम किया है। दोनों महिलाएं नौकरी के योग्य थी लेकिन उन्हें केवल इसलिए नहीं चुना गया क्योंकि वे गोरी नहीं थी।
महिलाओं के वकील ने क्या कहा?
वहीं दोनों महिलाओ के मामले में कोर्ट में वकील ने कहा कि यूनाइटेड किंगडम जैसी बड़ी कंपनी को यह समझना चाहिए कि किसी व्यक्ति की नस्ल और शक्ल के आधार पर उसे चुनना या हटाना गैरकानूनी है, इसके पीछे उसका उद्देश्य कुछ भी हो।
3 सालों में दूसरा मुकदमा
जानकारी के अनुसार यह पिछले 3 सालों में यह दूसरी बार है जब यूनाइटेड एयरलाइंस पर कॉलेजिएट और पेशेवर खेल टीमों के लिए चार्टर उड़ानों पर कथित रूप से भेदभाव करते हुए स्टाफ चयन करने के खिलाफ फ्लाइट अटेंडेंट ने मुकदमा दायर किया है। पहला मुकदमे का निपटारा हो गया जिसके तहत क्यूज़ादा और टॉड को चार्टर क्रू में शामिल किया गया।