ब्यूरो- कानून मंत्रालय की रजामंदी मिली तो मुमकिन है कि इस बार जीतने वाला या हारने वाला उम्मीदवार उन बूथों पर अपनी खुन्नस नहीं निकाल पाएगा जहां उसे कम मत मिले होंगे। दरअसल चुनाव सुधार की ओर एक कदम आगे बढ़ाते हुए निर्वाचन आयोग बूथवार मतों के खुलासे के पक्ष में नहीं है। इसकी पैरवी करते हुए चुनाव आयोग ने कानून मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा है। जिसके तहत गुजारिश की गई है कि किस बूथ पर कितने मत मिले इसके बजाय पूरे क्षेत्र मे कुल मतों की जानकारी ही उम्मीदवार को दी जाए। इस बात की जानकरी राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने दी है। रतूड़ी की माने तो अक्सर शिकायत मिली हैं कि जिस बूथ से उम्मीदवार को कम मत मिलते हैं उस क्षेत्र की ओर प्रत्याशी जीतने के बाद नाराजगी रखता है। ऐसे में माना जा रहा है कि चुनाव सुधार मुहिम के तहत कानून इस प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे सकता है ताकि जनता निडर होकर मतदान मे हिस्सा ले सके।