देहरादून में नशामुक्ति केंद्र में युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने से हड़कंप मच गया। युवक के परिजनों ने नशा मुक्ति केंद्र पर युवक को टॉर्चर कर मारने का आरोप लगाया है।
नशा मुक्ति केंद्र में युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत
देहरादून में सोमवार को शिमला बाईपास स्थित नशा मुक्ति केंद्र में मौत हो गई। बाताया जा रहा है कि रविवार रात युवक की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारियों पर लगाए आरोप
युवक के परिजनों ने नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारियों पर युवक को मारने के आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना है कि नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारियों द्वारा टॉर्चर कर युवक को मौत के घाट उतार दिया गया है। युवक काफी वक्त से नशे का आदि था जिसके चलते परिजनों द्वारा उसे नशा मुक्ति केंद्र में रखा गया था।
लेकिन मात्र आठ दिनों में ही युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इतना ही नहीं युवक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि घटना के बाद नशा मुक्ति केंद्र की सभी सीसीटीवी फुटेज को डिलीट कर दिया गया है।
मामले में पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
पुलिस ने मामले की गंभीरता देखते हुए नशा मुक्ति केंद्र के संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस नशा मुक्ति केंद्र के संचालक से पूछताछ में जुटी है। मिली जानकारी के मुताबिक युवक का नाम मुआद अली है। जो कि 32 साल का था। युवक सहारनपुर का रहने वाला था। वह 12 मार्च को नई जिंदगी नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती हुआ था।
इस मामले में डीएम देहरादून का कहना है कि प्रकरण की जांच एसडीएम स्तर से कराई जा रही है। इस घटना में अगर किसी प्रकार की कोई लापरवाही या घटना में संदिग्ध भूमिका पाई गई तो सख्त कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी।