लक्सर: लक्सर में किसानों का गुस्सा उस समय फूट पड़ा जब शुगर मिल ने किसानों का पिछले वर्ष के गन्ने का भुगतान 316 रुपये के बदले 66 रुपये कम मात्र 250 रुपये ही दिए। आक्रोशित किसानों ने गन्ना समिति लक्सर में आकर समिति में तालाबंदी कर विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने गन्ना सचिव गौतम नेगी को भयंकर गर्मी में अपने बीच घंटों तक बैठाए रखा।
किसानों के साथ धोखा
चुनाव में किसान मुद्दा नहीं हैं। किसानों की समस्याओं का मसला कहीं गायब हो गया, लेकिन किसान अपनी दिक्कतों से हर रोज दो-चार हो रहे हैं। सरकार को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि किसान किस हाल में है। मजबूरन किसानों को सड़क पर उतरना पड़ता है। हरिद्वार के लक्सर में किसानों के साथ खुली ठगी की जा रही है। सरकार की ओर से घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य में मानमाने ढंग से कटौती कर शूगर मिल किसानों को 66 रुपये कम दे रही है।
6 करोड़ का बकाया
किसानों का आरोप है कि जिस गन्ने का भाव सरकार द्वारा 316 रुपए प्रति कुंटल तय किया गया है उसका भाव लक्सर शुगर मिल रिजेक्ट प्रजाति बता कर 250 रुपए प्रति कुंतल की दर से भुगतान कर रहा है। जिसे हम किसान लोग स्वीकार नही कर रहे है। लक्सर शूगर मिल पर 15000 किसानों के 6 करोड़ से भी ज्यादा गन्ना भुगतान बकाया है। किसानों ने कहा कि बीते वर्ष शुगर मिल ने 316 प्रति क्विंटल के हिसाब से दिया। अब 66 रुपये प्रति कुंटल कम दिया जा रहा है।
समिति ने माना कम हुआ भुगतान
किसानों का आरोप है कि शुगर मिल गोलमाल कर रही है। किसानों के साथ बैठे गन्ना समिति के सचिव गौतम सिंह नेगी ने कहा कि किसानों की बात पूरी तरह सही है। किसानों को 66 प्रति क्विंटल गन्ना भुगतान कम किया जा रहा है। समिति किसानों के साथ खडी़ है। उनको पूरा सहयोग देने की बात भी कही है।