सितारगंज- बीते 2017 से बंद पड़ी सितारगंज सहकारी चीनी मिल एक बार फिर से शुरु हो गई है। आज सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चीनी मिल का शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम के साथ गन्ना विकास मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, क्षेत्रीय विधायक सौरभ बहुगुणा भी मौजूद रहे। सीएम ने क्षेत्र के गन्ना किसानों को गन्ना चीनी मिल के शुभारंभ के अवसर पर बधाई दी।
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंच से किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि इस पराई सत्र 2021-22 में उत्तराखंड की सरकार गन्ने का समर्थन मूल्य 355 रुपये देने का निर्णय लिया है. साथ ही कहा कि उत्तराखंड सरकार सितारगंज चीनी मिल को पीपीपी मोड पर चलाने का सोच रही थी लेकिन बाद में उत्तराखंड सरकार ने सितारगंज चीनी मिल को पीपीपी मोड पर ना चलाने का निर्णय लेते हुए सरकार ने स्वयं चलाने का निर्णय लिया और आज सितारगंज चीनी मिल का विधि विधान के साथ शुभारंभ किया गया।
जनता को संबोधित करते हुए सीएम धामी ने कहा कि सितारगंज चीनी मिल के चलने से सितारगंज विधानसभा के किसानों के ही नहीं बल्कि खटीमा नानकमत्ता टनकपुर आदि विधानसभा की के गन्ना किसानों को इस चीनी मिल के चलने से लाभ मिलेगा।
बता दें कि 2017 में उत्तराखंड सरकार ने चीनी मिल को लंबे समय से घाटे में चलता देख बंद कर दिया था जिससे सितारगंज में विभिन्न किसान संगठनों ने आंदोलन भी किए थे और सितारगंज चीनी मिल को उन्हें चलाने का मांग की थी लेकिन 5 वर्ष के समय बीतने के बाद सरकार ने एक बार फिर सितारगंज चीनी मिल को चलाने का निर्णय लिया और आज सोमवार को सितारगंज चीनी मिल का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा चीनी मिल का विधि विधान के साथ शुभारंभ किया।