देहरादून: विधानसभा का शीतकालीन सत्र 4 दिंसबर से देहरादून में होने जा रहा है। इसको लेकर बहस छिड़ी हुई है। पहले अटकलें लगाई जा रही थी कि गैरसैंण में शीतकालीन सत्र आयोजित किया जाएगा, लेकिन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान के बाद अधिसूचना जारी कर दी गई, जिससे साफ हो गया कि सत्र देहरादून में ही होगा। इरकार के इस फैसले पर राज्य निर्माण आंदोलनकारी और भाजपा नेता रवींद्र जुगरान ने सरकार और विपक्ष पर सवाल खड़े किए हैं।
सरकार के इस फैसले पर राज्य आंदोलनकारी रवींद्र जुगरान ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि कोई भी सरकार गैरसैंण के प्रति गंभीर नहीं है। अलग राज्य उत्तराखंड की मांग पहाड़ों के विकास के लिए हुई थी, लेकिन अब पहाड़ चढ़ने को कोई राजी नहीं है। इस दौरान उन्होंने सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि प्रदेश की जब तक स्थाई राजधानी नहीं बनती है, तब तक विधानसभा ही गैरसैंण में शिफ्ट कर देनी चाहिए। सभी सत्र भी वहीं होने चाहिए।