अंकिता हत्याकांड में आरोपी को बचाने और वीआईपी का नाम उजागर करने की कांग्रेस लगातार मांग कर रही है। इसी मांग को लेकर आज कांग्रेस ने गांधी पार्क में भारी बारिश के बीच मौन उपवास रखा।
अंकिता हत्याकांड के खिलाफ कांग्रेस का मौन उपवास
अंकिता हत्याकांड में आरोपी को बचाने और वीआईपी का नाम उजागर किए जाने की मांग को लेकर कांग्रेस जनों ने आज गांधी पार्क में भारी बारिश के बीच महात्मा गांधी की प्रतिमा के समीप मौन उपवास रखा। इस दौरान कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सरकार पर लगाए सबूत नष्ट करने के आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अंकिता हत्याकांड में सरकार पर सबूतों को नष्ट किए जाने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि अंकिता पूरे उत्तराखंड की बेटी और हमारे स्वाभिमान और सत्य की रक्षा के लिए उसने अपने प्राण दे दिए। अंकिता की हत्या के बाद बहुत सारे सवाल सरकार के ऊपर खड़े हो रहे हैं।
सरकार को देना चाहिए सवालों का जवाब
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरकार के ऊपर उठ रहे सवालों का देना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को इस बात का भी जवाब देना चाहिए कि वो वीआईपी कौन है जिसका जिक्र अंकिता भंडारी ने खुद ही किया था।
VIP को बचाने में चुटी सरकार
हरीश रावत ने आकोप लगाए हैं कि सरकार वीआईपी को बचाना चाहती है। उन्होंने कहा कि वो वीआईपी कौन है इसका जवाब सरकार को देना होगा। पूरे उत्तराखंड की जनता वीआईपी का चेहरा देखना चाहता है।
उन्होंने कहा कि अंकिता ने खुद कहा था कि एक वीआईपी की सेवा देने के लिए उस पर दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उसे वीआईपी को बचाने के लिए सरकार ने तमाम सबूतों को नष्ट कर दिया। उन्होंने कहा कि पूरी सरकार उस वीआइपी को बचाने में लगी हुई है।