रुड़की- कांग्रेस से ताल्लुक रखने वाले रुड़की मेयर यशपाल राणा ने सोचा भी नहीं होगा कि मामूली सी बात से खून खराबा हो जाएगा और माननीय न्यायालय को उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश देना पड़ेगा।
बहरहाल जिस वक्त पुलिस के सख्त पहरे में मेयर यशपाल राणा को कोर्ट ले जाया जा रहा था तो कई कांग्रेसी नेताओं और मेयर समर्थकों ने पुलिसिया कार्रवाई का जमकर विरोध किया। दरअसल कांग्रेसियों का आरोप है कि पुलिस एक तरफा एक्शन ले रही है और उनकी ओर से तहरीर नहीं ली जा रही है।
गौरतलब है कि बीते रोज रात के वक्त कार पार्किंग को लेकर मेयर राणा और भाजपा पार्षद चंद्रप्रकाश बाटा के बीच हुआ विवाद मार -पिटाई में बदल गया। इस झगड़े में पार्षद गंभीर रुप से घायल हो गए जिन्हें इलाज के लिए रुड़की सिविल अस्पताल से देहरादून रैफर किया गया । पार्षद के घायल होने के बाद मामले ने इतना तूल पकड़ा की दोनो के समर्थक कोतवाली मे आ जुटे।
बताया जा रहा है कि जहां पुलिस ने मेयर और उनके बेटे के खिलाफ तहरीर पर एक्शन लिया।वहीं मेयर के समर्थन में जुटे कांग्रेसियों का आरोप है कि पुलिस ने उनकी तहरीर नहीं ली। कांग्रेसियों का कहना है कि उनकी ओर से भी मुकदमा लिखा जाना चाहिए।
गौरतलब है कि मेयर यशपाल राणा के पक्ष में विधायक फुरकान अहमद, विधायक ममता राकेश, कांग्रेस नेता संजय पालीवाली समेत कई कांग्रेसी कोतवाली में जुटे। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए हरिद्वार एसएसपी वी.के कृष्ण कुमार ने कहा है कि कानून अपना काम कर रहा है। लिहाजा किसी भी तरह का राजनैतिक दखल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।