देहरादून: राज्य सरकार के आदेश के बाद परिवहन निगम प्रबंधन ने कर्मचारियों के लिए दीपावली के बोनस के आदेश सोमवार को कर ही दिए। आदेश होने के बाद सोमवार मध्य रात्रि से हड़ताल पर जाने को तैयार कर्मचारियों का आंदोलन वापस हो गया है। हड़ताल टलने से रोडवेज प्रबंधन ने राहत की सांस ली है तो यात्रियों की मुसीबत भी टल गई।
रोडवेज के प्रबंध निदेशक बृजेश कुमार संत ने नियमित कर्मचारियों के लिए 6908 रुपये जबकि विशेष श्रेणी-संविदा कर्मियों के लिए 1184 रुपये बोनस के आदेश को सोमवार को मंजूरी दे दी। आदेशों के बाद महाप्रबंधक दीपक जैन ने सभी आरएम व एआरएम को डिपो की आय से बोनस का भुगतान करने के आदेश दिए। इसमें कुछ शर्ते तय की गई हैं। विशेष श्रेणी व संविदा चालक को वर्ष 2016-17 का बोनस उस आधार पर मिलेगा, अगर उसने 240 दिन डयूटी की हो। इसके साथ ही मैदानी क्षेत्र में 56 हजार या पर्वतीय क्षेत्र में 36 हजार अथवा मिश्रित क्षेत्र में 46 हजार किमी बस का संचालन किया हो।
परिचालक के लिए भी 240 दिन की डयूटी और उपरोक्त किमी दर की अनिवार्यता रखी गई है। इसके साथ ही तकनीकी कर्मियों को 240 दिन डयूटी की शर्त का पालन करना होगा। शर्त केवल विशेष श्रेणी व संविदा कर्मियों पर ही लागू होंगी। नियमित कर्मियों को बोनस सरकार के नियमानुसार ही मिलेगा।
इस आदेश के बाद उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के महामंत्री अशोक चौधरी ने आइएसबीटी पर बैठक बुलाई और सोमवार मध्य रात्रि से प्रस्तावित बसों की हड़ताल वापस लेने का एलान किया। वहीं, उत्तराखंड रोडवेज इंप्लाइज यूनियन के महामंत्री रवि पचौरी ने प्रबंधन के फैसले का स्वागत किया।
ये शर्ते भी होंगी मान्य
परिचालक के लिए न्यूनतम साठ फीसद लोड फैक्टर अनिवार्य किया गया है। साथ ही चालक-परिचालक का कोई बेटिकट या भ्रष्टाचार का मामला नहीं होना चाहिए। न ही दुर्घटना का मामला।