चार धाम यात्रा शुरू होने के लिए कुछ ही समय बचा है। शासन प्रशासन का भी दावा है की यात्रा को व्यवस्थित और सुगम बनाने के लिए सरकार तैयारियों में जुटी हुई है ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानियों का सामना ना करना पड़े। लेकिन बदीनाथ हाईवे की तस्वीरें कुछ और ही बयां कर रही हैं। जोशीमठ से मारवाड़ी तक भू-धंसाव की चपेट से अभी तक निकल नहीं पाया है। कई जगह पर नई दरारों का सिलसिला अभी भी जारी हैं।
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बद्रीनाथ हाईवे की जिन जगहों पर बीआरओ की ओर से दरारों को सीमेंट से भर दिया गया था, वहां फिर से दरारें दिखने लगी हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि जब हाईवे पर ट्रेफिक नहीं है तब यह स्थिति है तो जब चारधाम यात्रा के दौरान लाखों वाहनों का सैलाब जब सड़कों में उमड़ेगा तो तब हाईवे की क्या स्थिति होगी।
10 किलोमीटर में नौ जगह दरार
मिली जानकारी के अनुसार जोशीमठ से मारवाड़ी तक 10 किलोमीटर के हिस्से में नौ जगहों पर हाईवे भू-धंसाव की चपेट में है। जोशीमठ बाजार से ही हाईवे पर दरारें पड़ी हुई हैं। मारवाड़ी में जेपी कंपनी के स्टोर के पास ऊपरी क्षेत्र में सीमेंट और पत्थर की करीब 40 मीटर दीवार का अधिकांश हिस्सा भू-धंसाव से काफी बाहर आ गई है।
इन जगहों पर दिख रही दरारें
इसके अलावा एसबीआई शाखा के सामने, रेलवे गेस्ट हाउस के पास जीरो बैंड पर फरकिया इलाके में पानी के पास, चुनार गांव जाने के रास्ते पर, जेपी कंपनी से 100 मीटर आगे, बीआरओ कार्यालय के पास, मारवाड़ी फॉरेस्ट चौकी के पास, जेपी कंपनी के स्टोर के पास, मारवाड़ी पुल से 100 मीटर पहले हाईवे पर दरारें आई हैं। बीआरओ की ओर से जिन जगहों पर दरारों को सीमेंट से भर दिया गया था, वहां फिर से दरारें दिखने लगी हैं। लगातार हो रहे भू-धंसाव से हाईवे की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
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यात्रा के दौरान व्यवस्था को किया जाएगा चाक-चौबंध- डीएम
चमोली जनपद के जिलाधिकारी का कहना है कि हाईवे भी काफी जगहों पर भू-धंसाव से प्रभावित हुआ है। संबंधित विभाग को हाईवे पर सुरक्षा के उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। यात्रा के दौरान हाईवे को पूरी तरह से चाक-चौबंध रखा जाएगा।