हल्द्वानी में बाल संप्रेक्षण गृह में नाबालिग के साथ दुष्कर्म मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। बता दें किशोरी ने दो महिला कर्मचारियों पर अपने साथ दुष्कर्म करवाने का आरोप लगाया था। जांच में किशोरी के साथ दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है।
विभागीय मंत्री ने किया था जांच कमेटी का गठन
बीते दिनों हल्द्वानी के बाल संप्रेक्षण गृह में रह रही किशोरी ने दो महिला कर्मचारियों पर अपने साथ दुष्कर्म की जानकारी दी थी। जिसका संज्ञान लेते हुए विभागीय मंत्री रेखा आर्या ने विभागीय स्तर पर एक जांच कमेटी का गठन किया था। इसके साथ ही संप्रेक्षण गृह में कार्यरत अनुसेवक और होमगार्ड को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी किया गया था।
दुष्कर्म की बात निकली झूठी
विभागीय मंत्री रेखा आर्या ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरे मामले की महिला कल्याण विभाग व पुलिस विभाग के द्वारा जांच की गई। जिसमें किशोरी द्वारा अपने साथ दुष्कर्म किये जाने की घटना की बात पूरी तरह से झूठी निकली। जिसके बाद शुक्रवार को महिला कल्याण विभाग ने संप्रेक्षण गृह की महिला कर्मचारी दीपा और गंगा को निर्दोष पाते हुए दोनों की नियुक्ति को बहाल कर दिया है।
किशोरी ने लगाए थे झूठे आरोप
विभागीय मंत्री रेखा आर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि संप्रेक्षण गृह में रह रही किशोरी अपने घर जाना चाहती थी। जिसके लिए उसने दुष्कर्म की यह पूरी झूठी कहानी रची थी। किशोरी की मेडिकल रिपोर्ट में भी दुष्कर्म की कोई पुष्टि नही हुई।