तो क्या पीएम नरेंद्र मोदी ने एक और झूठ बोल दिया है। लगता तो ऐसा ही है क्योंकि इस देश में राजनीतिज्ञों से अधिक विश्वसनीयता सैन्य अधिकारियों के बयानों की है और सैन्य अधिकारियों ने राजीव गांधी के आईएनएस विराट पर पिकनिक मनाने के पीएम नरेंद्र मोदी के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है।
जिन अफसरों ने इस दावे को गलत बताया है उनमें भारतीय नौसेना के पूर्व चीफ लक्ष्मणनारायण रामदास और आईएनएस विराट के कमांडिंग अफसर विनोद पसरीचा शामिल हैं। इन दोनों के साथ दो अन्य अफसरों ने एक साझा बयान जारी कर कहा है कि राजीव गांधी उस समय एक आधिकारिक दौरे पर लक्षद्वीप गए थे और ये कोई पिकनिक नहीं थी। राजीव गांधी के साथ कोई विदेशी दोस्त भी नहीं था। राजीव गांधी के साथ उनकी पत्नी सोनिया गांधी और परिवार के अन्य लोग थे लेकिन इनमें से सोनिया को छोड़ कर किसी ने भी सरकारी चॉपर का इस्तमाल नहीं किया था।
इस पत्र के जरिए साफ किया गया है कि लक्षद्वीप पहुंचने के लिए किसी भी पानी के जहाज का प्रयोग नहीं किया गया था।