कई कुख्यातों को दूसरे राज्य से धर दबोच कर ले आई उत्तराखंड-हरियाणा पुलिस एक लुटेरी दुल्हन को पक़ड़ने में नाकामयाब रही। एक लुटेरी दुल्हन ने दो राज्यों को पुलिस को खूब छकाया। दो राज्यों की पुलिस लुटेरी दुल्हन को पकड़ने में पीछे रह गई। जी हां आपको बता दें कि एक लुटेरी दुल्हन की तलाश में 24 दिन तक हरियाणा और दो दिन तक उत्तराखंड पुलिस खाक छानती रही, लेकिन युवती को पकड़ना तो दूर एक सुराग तक हाथ नहीं लगा।
ऊधमसिंहनगर में आ चुके लूट के कई मामले
बता दें कि ऊधमसिंहनगर में इस तरह के कई अन्य मामले भी सामने आ चुके हैं। इस जिले में कई लुटेरी दुल्हनें दूल्हें को लूटकर फरार हो गई हैं औऱ पुलिस की पकड़ से दूर हैं।इसमे सिर्फ महिलाएं ही नहीं बल्कि पूरा गैंग जुड़ा होता है जो युवक से लूट के लिए योजना तैयार करते हैं औऱ शादी होते ही गहने नकदी लेकर फरार हो जाते हैं।
हरियाणा के युवक ने की थी काशीपुर की युवती से शादी
आपको बता दें कि हरियाणा के पानीपत जिले के गांव नालसा निवासी दिनेश कुमार 1 दिसंबर को काशीपुरा आए औऱ यहां एक लड़की पसंद की। 2 दिसंबर को शादी कर वापस अपने गांव चले गए। 3 दिसंबर की रात लड़की 80,000 नगद और जेवर लेकर घर से फरार हो गई। लड़के ने हरियाणा के थाना इसराना में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई। 26 दिसंबर को हरियाणा पुलिस काशीपुर कोतवाली पहुंची और मदद मांगी। टांडा चौकी पुलिस दिन भर हरियाणा पुलिस की मदद में जुटी रही है। कइयों से पूछताछ की गई औऱ कई नंबरों को खंगाला औऱ नंबर सर्विलांस पर लगाया गया। फोटो भी दिखाई गई लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा। वहीं थक हार के हरियाणा पुलिस वापस अपने घर लौट गई।
वहीं इसके बाद 27 दिसंबर को भी टांडा चौकी पुलिस ने लुटेरी दुल्हन की तलाश की कोशिश लेकिन वहीं हाथ खाली रहे। पुलिस को लगा कि वो लुटेरी दुल्हन के करीब हैं लेकिन ये भ्रम साबित हुई। लुटेरी दुल्हन को पकड़ने में दो राज्यों की पुलिस खाक छानती रही। लुटेरी दुल्हन ने एक ऐसा सबूत नहीं छोड़ा कि पुलिस उस तक पहुंच सके। जो भी नंबर लुटेरी दुल्हन ने प्रयोग किए वो सब फर्जी निकले। टांडा चौकी के एसआइ जावेद मलिक ने बताया कि आरोपित की काफी तलाश की गई लेकिन अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। बता दें कि बीते 20 जून को हरियाणा निवासी एक व्यक्ति ने एएसपी देवेंद्र पिंचा से मिलकर आशंका जताई थी कि लुटेरी दुल्हन नगदी व गहने लेकर फरार हो गई। उस दौरान भी लुटेरी दुल्हन लंबे समय तक चर्चा का विषय रही थी। जिले में इस तरह के कई अन्य मामले भी सामने आ चुके हैं। अधिकांश मामलों में लुटेरी दुल्हनें पुलिस पकड़ से बाहर रही हैं।