प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भारतीय कृषि अनुसंधान में 61 फसलों की 109 किस्में जारी की। उच्च उपज देने वाली, जलवायु अनुकूल और जैव-सशक्त फसलों की इन किस्मों से किसानों की जिंदगी में बदलाव आएगा। किसानों का मुनाफा बढ़ेगा, इससे निर्यात भी बढ़ेंगे। इस दौरान पीएम मोदी ने किसानों और वैज्ञानिकों से भी मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे।
बाजरा के महत्व पर चर्चा
फसलों की इन किस्मों पर चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कृषि में मूल्य संवर्धन के महत्व पर जोर दिया। इस मौके पर किसानों ने कहा कि ये नई किस्में बेहद फायदेमंद होंगी क्योंकि ये उनके खर्च को कम करने में मदद करेंगी और पर्यावरण प भी सकारात्मक प्रभाव डालेंगी। किसानों से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने बाजरा के महत्व पर चर्चा की और कहा कि लोग कैसे पौष्टिक भोजन की ओर बढ़ रहे हैं।
34 क्षेत्रीय फसलें और 27 बागवानी फसलें शामिल
पीएम मोदी द्वारा जारी की गई 61 फसलों की 109 किस्मों में 34 क्षेत्रीय फसलें और 27 बागवानी फसलें शामिल हैं। क्षेत्रीय फसलों में बाजरा, चारा, तिलहन, दालें, गन्ना, कपास, फाइबर और अन्य शामिल हैं। वहीं बागवानी फसलों में विभिन्न प्रकार के फल सब्जी, कंद, मसाले, फूल और औषधीय फसलों के बीज शामिल हैं। वैज्ञानिकों ने बताया कि वे अप्रयुक्त फसलों को मुख्यधारा में लाने के लिए पीएम मोदी द्वारा दिए गए सुक्षावों के अनुरुप काम कर रहे हैं।
बीजों के उत्पादन के लिए वैज्ञानिकों को बधाई-कृषि मंत्री
वहीं 61 फसलों के बीज जारी होने पर कृषि मंत्री ने कहा कि मैं इन किस्मों के बीजों के उत्पादन के लिए वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं। 109 किस्म के बीज किसानों का जीवन भी बदलेंगे, मुनाफा भी बढ़ाएंगे। जनका के पोषण के लिए उपोगी होंगे और निर्यात को बढ़ाएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि लैब से लेकर जमीन तक सीधे जानकारी जानी चाहिए। तीन अलग-अलग जगहों पर पीएम मोदी ने 109 किस्म के बीज राष्ट्र को समर्पित किए। पीएम मोदी ने किसानों और वैज्ञानिकों से बातचीत की। पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों को कुछ सुक्षाव भी दिए। किसानों की आय बढ़ाना सरकार का संकल्प है। ये एक सतत् प्रक्रिया है, जो बीच आज जारी किए गए हैं, तो प्रजनक से लेकर फाउंडेशन बीज तक एक साल का समय लगेगा।