बागेश्वर उप चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने कार्यक्रम जारी कर दिया है। चुनाव की तारखों का ऐलान होते ही भाजपा हो या कांग्रेस दोनों पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है।
बागेश्वर उपचुनाव की तारीख का हुआ ऐलान
कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास के निधन से खाली हुई बागेश्वर विधानसभा सीट पर उप चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। पांच सितंबर को बागेश्वर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान होगा तो आठ सितंबर को मतगणना होगी।
उपचुनाव को लेकर भाजपा की तैयारियां तेज
चुनाव की तिथियों का ऐलान होने के बाद भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सभी की नजरें भाजपा की तरफ लगी हुई हैं कि आखिर कब भाजपा उपचुनाव के लिए प्रत्याशी के नाम का ऐलान करेगी।
इस पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि बागेश्वर उपचुनाव को लेकर स्टेट पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक एक या दो दिन के भीतर हो जाएगी। जिसके बाद केंद्रीय हाईकमान को उम्मीदवारों के नाम भेजे जाएंगे। इसके बाद उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा
बीजेपी आयोजित करेगी विशाल जनसभा
16 या 17 अगस्त तक भाजपा के उम्मीदवार का नामांकन किया जाएगा। जिसमें एक विशाल जनसभा भी आयोजित की जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनसभा को संबोधित करेंगे। सीएम पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि बागेश्वर उपचुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी की तैयारियां पूरी हैं।
बागेश्वर उपचुनाव को लेकर कांग्रेस की तैयारियां पूरी
बागेश्वर उपचुनाव को लेकर कांग्रेस का कहना है कि उनकी तैयारियां उपचुनाव को लेकर पूरी हैं। इसके साथ ही कांग्रेस का कहना है कि उनके पास उपचुनाव में मुद्दों की कमी नहीं है। खासकर कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास की बेटी का जिस तरीके से नौकरी पाने में मामला सामने आया है वो एक प्रमुख मुद्दा है।
कांग्रेस उपचुनाव में जीत करेगी हासिल
कांग्रेस का कहना है कि इसके अलावा भी कई ऐसे ज्वलंत मुद्दे प्रदेश में है जिन को लेकर कांग्रेस उप चुनाव लड़ेगी। जल्द ही पार्टी के प्रत्याशी के नाम का ऐलान भी हो जाएगा। पार्टी का दावा है कि कांग्रेस इस उपचुनाव में जीत हासिल करेगी।
कौन सी पार्टी बागेश्वर उपचुनाव में जीत करेगी हासिल ?
उत्तराखंड में जिस पार्टी की सरकार रहती है उपचुनाव में जीत उसी की देखने को मिलती है। ऐसे में भाजपा जहां बागेश्वर उपचुनाव चुनाव में जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रही है।
तो वहीं कांग्रेस सरकार के खिलाफ मुद्दों के बलबूते जीत हासिल करने की बात कर रही है। ऐसे में देखना ये होगा कि आखिरकार दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कब तक होता है और कौन सी पार्टी बागेश्वर उपचुनाव में जीत हासिल करती है ?